साउथैंप्टन में जब भारत और अफगानिस्तान की टीमें मैदान में उतर तो किसी को भी उम्मीद नहीं रही होगी कि भारतीय बल्लेबाज अफगानिस्तान के स्पिनरों के आगे ऐसे बिखर जाएंगे. वर्ल्ड कप से पहले अफगानिस्तान की जिस स्पिन अटैक की तारीफें हो रही थीं और जिससे उम्मीदें थीं, वो आखिर भारत के खिलाफ दिख ही गया.
अफगान गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम 50 ओवरों में सिर्फ 224 रन ही बना सकी. भारत के लिए विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 67 रन बनाए.
खराब शुरुआत
विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. भारतीय टीम ने सिर्फ एक बदलाव किया और घायल भुवनेश्वर की जगह शमी को मौका दिया गया.
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पांचवे ओवर में ही युवा लेग स्पिनर मुजीब उर रहमान ने भारत को पहला झटका दे दिया. लगातार 3 मैच में अच्छा प्रदर्शन कर चुके रोहित शर्मा, मुजीब के गेंद पर बोल्ड हो गए. रोहित सिर्फ 1 रन बना पाए.
इसके बाद आए कप्तान विराट कोहली ने केएल राहुल के साथ मिलकर पारी को संभाला. दोनों ने 60 गेंदों में 57 रन जोड़े. .
यहीं पर 15वें ओवर में मोहम्मद नबी की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में राहुल गेंद को कनेक्ट नहीं कर पाए और ऊपरी किनारा लेकर गेंद गली के फील्डर के हाथ में गिर गई. हजरत जाजई ने आसान कैच लिया. राहुल सिर्फ 30 रन बना सके
कोहली की एक और फिफ्टी
वर्ल्ड कप में पहली बार विजय शंकर को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला. शंकर ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए और कोहली के साथ मिलकर टीम को 100 के पार पहुंचाया.
इस बीच विराट ने अपना 52वां वनडे अर्धशतक लगाया. इसके साथ ही विराट का इस वर्ल्ड कप में ये लगातार तीसरा अर्धशतक भी था. दोनों ने मिलकर 58 रन जोड़े. शंकर जब अच्छे टच में लग रहे थे, तभी 27वें ओवर की पहली गेंद पर रहमत शाह ने उन्हें LBW कर दिया. शंकर ने 29 रन बनाए.
शंकर के आउट होने के बाद कोहली भी ज्यादा देर तक नहीं टिके और 135 रन पर चौथा झटका लगा. मोहम्मद नबी की गेंद पर स्क्वेयर कट मारने की कोशिश में बैकवर्ड प्वाइंट पर कैच हो गए. कोहली ने 63 गेंद में 67 रन बनाए.
धोनी और जाधव ने मिलकर पांचवे विकेट के लिए धीमी रफ्तार से 57 रन जोड़े. आखिरी ओवरों में रनरेट बढ़ाने की कोशिश में धोनी राशिद की गेंद पर स्टंप हो गए. धोनी ने सिर्फ 28 रन बनाए.
आखिरी ओवरों में भी भारतीय टीम तेजी से रन नहीं बना सकी और हार्दिक पांड्या भी कुछ कमाल नहीं कर सके. केदार जाधव ने अपना अर्धशतक पूरा किया और 52 रन बनाकर आखिरी ओवर में आउट हुए.
अफगानिस्तान का स्पिन अटैक
अफगानिस्तान के इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए गुलबदीन नाइब की कप्तानी की तारीफ करनी होगी. सबसे पहले तो उन्होंने मुजीब से स्टार्ट करवा कर एक चौंकाने वाला फैसला लिया. जब शुरू में भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे और रोहित का विकेट भी मिला तो, नाइब ने इसको ही अपना फॉर्मुला बनाया.
भारत की पारी के दौरान पहले ओवर से 47वें ओवर तक एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया जब दोनों तरफ से अफगानिस्तान के तेज गेंदबाजों ने बॉलिंग की हो. हर बार एक साइड से स्पिनर गेंदबाजी कर रहा था. इसका फायदा अफगानिस्तान को मिला.
इस पिच पर गेंद पहले ओवर से ही अच्छा टर्न ले रही थी. रोहित को इसी टर्न ने चौंकाया और वो गेंद की लाइन को मिस कर गए. इतना ही नहीं, मुजीब, नबी, राशिद और रहमत शाह की ज्यादातर गेंदें बिल्कुल विकेट की लाइन पर रहीं. इसके चलते उन्हें विकेट तो मिले ही, साथ ही रनों की रफ्तार भी काबू में रही.
अफगानिस्तान के लिए मोहम्मद नबी और गुलबदीन नाइब ने 2-2, जबकि रहमत शाह, राशिद खान, मुजीब उर रहमान और आफताब आलम को 1-1 विकेट मिला.
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