लगातार 5 टी20 में जीत के बाद टीम इंडिया को वनडे सीरीज के पहले ही मैच में झटका लगा. हैमिल्टन में हुए पहले वनडे में न्यूजीलैंड ने भारत को 4 विकेट से हरा दिया. अब टीम इंडिया के पास वापसी के लिए ऑकलैंड में एक मौका है. शनिवार 8 फरवरी को ईडन पार्क मैदान पर दूसरे वनडे में दोनों टीमें आमने-सामने होंगी.
भारत को अगर सीरीज जीतने की अपनी उम्मीदें जिंदा रखनी है, तो ईडन पार्क में होने वाले इस मैच को हर हाल में जीतना ही होगा. सेडन पार्क में भारत ने 347 रनों का स्कोर खड़ा किया था और न्यूजीलैंड ने इसे हासिल भी कर लिया था. इसी के साथ न्यूजीलैंड ने 1-0 की बढ़त ले ली थी.
ऑकलैंड में न्यूजीलैंड का बोलबाला
भारत ने ऑकलैंड में हुए टी20 सीरीज के दोनों मुकाबलों में न्यूजीलैंड के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की थी. इसके बावजूद वनडे फॉर्मेट का हिसाब बिल्कुल अलग है और वो हम पहले ही वनडे में देख चुके हैं. टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप करने के बाद भी भारत पहला ही वनडे हार गया.
इसलिए ऑकलैंड में भी भारत को संभलकर रहना होगा, क्योंकि यहां न्यूजीलैंड भारत से थोड़ा आगे है. न्यूजीलैंड में दोनों टीमों के बीच आज तक 8 वनडे मैच हुए हैं, जिसमें से न्यूजीलैंड 4 जीता है, जबकि भारत को 3 में जीत मिली है.
न्यूजीलैंड के ओपनर मार्टिन गप्टिल ने 2014 में भारत के खिलाफ इसी मैदान में हुए वनडे मैच में बेहतरीन शतक जड़ा था. इससे पहले भी इसी मैदान पर मार्टिन गप्टिल ने 2009 में अपने डेब्यू वनडे मैच में शतक जड़ा था. ऐसे में भारत को मार्टिन गप्टिल से भी बचकर रहना होगा.
बॉलिंग में होगा बदलाव!
पहले वनडे में भारत की गेंदबाजी कमजोर रही थी जो विशाल स्कोर का बचाव नहीं कर पाई थी. शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा ने जमकर रन लुटाए थे तो वहीं अनुभवी रॉस टेलर के सामने मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह भी कुछ नहीं कर पाए थे.
टेलर ने नाबाद रहते हुए टीम को जीत दिलाई थी. उन्हें इसमें हेनरी निकोल्स, कार्यवाहक कप्तान टॉम लैथम का भी अच्छा साथ मिला था. यह लाथम और टेलर की जोड़ी ही थी जिसने बीच के ओवरों में बेहतरीन बल्लेबाजी कर भारत के हाथ से मैच छीन लिया था.
इन दोनों बल्लेबाजों ने मार्टिन गप्टिल और निकोल्स से मिली बेहतरीन शुरुआत पर पारी को तेजी से आगे बढ़ाया था.
भारतीय गेंदबाजों के लिए यह चारों एक बार फिर सिरदर्द बन सकते हैं. भारतीय कप्तान विराट कोहली और टीम प्रबंधन निश्चित तौर पर पहले मैच से सीख नई रणनीति के साथ उतरेंगे. साथ ही गेंदबाजी में कुछ बदलाव भी हों तो हैरानी नहीं होगी.
बैटिंग दुरुस्त, फील्डिंग सुस्त
वहीं भारतीय बल्लेबाजी की बात की जाए तो श्रेयस अय्यर, कोहली और लोकेश राहुल फॉर्म में हैं. अय्यर ने अपने करियर का पहला शतक लगाकर बताया कि नंबर-4 बल्लेबाजी करने की काबिलियत उनमें है. वहीं राहुल ने नंबर-5 पर अपनी अहमियत साबित की. कोहली हालांकि एक बार फिर अर्धशतक को शतक में नहीं बदल पाए थे.
वहीं पहले मैच में भारत ने पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल की नई सलामी जोड़ी को मौका दिया था. दोनों ने टीम को सधी हुई शुरुआत दी थी लेकिन बड़ी पारी में उसे तब्दील नहीं कर पाए थे. इन दोनों से एक बार फिर टीम को मजबूत शुरुआत की उम्मीद होगी.
कीवी गेंदबाजों के सामने भी वही चुनौती है जो भारतीय गेंदबाजों के सामने है, रनों के बहाव को रोकने की. भारतीय टीम को अपनी फील्डिंग भी सुधारनी होगी क्योंकि रॉस टेलर का कैच छोड़ना उसे महंगा पड़ा था. फील्डिंग कोच आर. श्रीधर स्वीकार कर चुके हैं कि भारतीय टीम इस मामले में स्तरीय नही है.
ईडन पार्क मैदान पर एक बार फिर रनों का पहाड़ देखा जा सकता है. यहां की बाउंड्रीज छोटी हैं और दोनों टीमें यहां टी-20 मैच खेल चुकी हैं जिसमें जमकर रन बने थे.
टीमें
भारत : विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, लोकेश राहुल (विकेटकीपर), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, मनीश पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), नवदीप सैनी, शार्दूल ठाकुर.
न्यूजीलैंड : टॉम लैथम (कप्तान), हामिश बेनेट, टॉम ब्लंडेल (विकेटकीपर), कॉलिन डि ग्रांडहोम, मार्टिन गप्टिल, काइल जैम्सन, स्कॉट कुगलियन, जेम्स नीशम, हेनरी निकोल्स, मिचेल सैंटनर, ईश सोढी, टिम साउदी, रॉस टेलर.
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