पहले टेस्ट में एकतरफा जीत हासिल करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार से सबीना पार्क मैदान पर मेजबान वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रहे दूसरे और आखिरी टेस्ट में खेलने उतरेगी. टीम इंडिया सीरीज के पहले टेस्ट में 318 रन से जीत दर्ज की थी. पहले मैच में मिली जीत से भारतीय टीम का मनोबल ऊंचा है.
भारतीय टीम विंडीज के खिलाफ लगातार 7 सीरीज जीत चुकी है. ऐसे में उसकी नजर लगातार आठवीं जीत पर है. पिछली बार भारतीय टीम को सीरीज में हार 2002 में मिली थी. तब विंडीज ने 5 टेस्ट की सीरीज 2-1 से जीता था.
पहले टेस्ट का हाल
पहले टेस्ट में भारत ने विंडीज को खेल के सभी विभागों में मात दी थी. पहले दिन के शुरुआती सत्र को अगर छोड़ दिया जाए तो विंडीज की टीम कभी भी भारत पर हावी नहीं रह पाई थी. भारत की पहली पारी में उसने 30 रनों के भीतर ही भारत के तीन विकेट चटका दिए थे, लेकिन उप-कप्तान अंजिक्य रहाणे और लोवर ऑर्डर में रवींद्र जडेजा के फिफ्टी के दम पर भारत संभल गया था.
रहाणे ने दूसरी पारी में शतक जमाया था और कप्तान विराट कोहली और हनुमा विहारी के साथ मजबूत साझेदारियां कर विंडीज के सामने मजबूत लक्ष्य रखा था. मेहमान टीम के तीन बल्लेबाजों को छोड़कर सभी का प्रदर्शन संतोषजनक रहा था.
कोहली बनेंगे ‘विराट’ कप्तान
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम 48वां टेस्ट खेलने जा रही है.
कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 47 मैच में 27 टेस्ट में जीत हासिल की है. टीम इंडिया अगर यह मैच जीत लेती है तो कोहली सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाले भारतीय कप्तान बन जाएंगे. इससे पहले धोनी नंबर वन कप्तान बने हुए थे. धोनी के नेतृत्व में भारतीय टीम 60 टेस्ट में 27 जीती थी.
पहले टेस्ट में किसका बल्ला नहीं चला?
पहले टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा और सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का बल्ला शांत रहा था. साथ ही युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का बल्ला भी नहीं चला था और उनकी विकेटकीपिंग भी ठीक नहीं रही थी. यहां कोहली, पंत को बाहर कर अनुभवी रिद्धिमान साहा को अंतिम-11 में ला सकते हैं.
गेंदबाजी में कोहली की टीम के पास है बादशाह
वहीं पहले टेस्ट मैच में गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह और ईशांत शर्मा के सामने वेस्टइंडीज के बल्लेबाज पैर नहीं जमा पाए थे. ईशांत ने पहली पारी में पांच विकेट अपने नाम किए थे तो बुमराह ने दूसरी पारी में पांच विकेट झटके थे. जडेजा ने गेंद से भी अच्छा योगदान दिया था.
वेस्टइंडीज की मुश्किलें
अगर विंडीज की बात की जाए तो उसके लिए चिंता के विषय काफी सारे हैं. पहले मैच के बाद कप्तान जेसन होल्डर ने कहा था कि बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी और बड़े स्कोर करने होंगे. इस बात को उनके बल्लेबाज सबिना पार्क की पिच पर कितनी शिद्दत से अंजाम दे पाते हैं यह मैच में ही पता चलेगा.
टीम का कोई भी बल्लेबाज पहले मैच में अर्धशतक तक नहीं जमा सका था. रोस्टन चेज ने पहली पारी में 48 रन बनाए थे, जो विंडीज की तरफ से पहले मैच में सर्वोच्च स्कोर था. टीम के शीर्ष बल्लेबाजों में शुमार शाई होप, शिमरन हेटमायेर, क्रैग ब्रैथवेट रन नहीं कर पाए थे. इस मैच में इन चारों पर टीम के स्कोरबोर्ड पर मजबूत स्कोर टांगने का दबाव होगा.
गेंदबाजी में हालांकि विंडीज ने कुछ हद तक प्रभावित किया था. केमार रोच और शेनन गैब्रिएल की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान जरूर किया था लेकिन दूसरे छोर से समर्थन न मिलने और पाटा विकेट होने के कारण यह दोनों ज्यादा कुछ असर नहीं डाल पाए थे.
मिग्युएल कमिंस इस मैच से बाहर हो गए हैं. उनके स्थान पर कीमो पॉल को टीम में जगह मिली है. पॉल का टीम में अंतिम-11 में आना तय माना जा रहा है.
टीमें (संभावित) :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), अंजिक्य रहाणे (उप-कप्तान), मयंक अग्रवाल, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), चेतेश्वर पुजारा, लोकेश राहुल, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), ईशांत शर्मा, रोहित शर्मा, हनुमा विहारी, उमेश यादव.
वेस्टइंडीज : जेसन होल्डर (कप्तान), क्रैग ब्रैथवेट, डारने ब्रावो, शार्माह ब्रूक्स, जॉन कैम्पवेल, रोस्टन चेज, रखीम कॉर्नवॉल, शेनन गैब्रिएल, जाहमार हेमिल्टन, शिमरन हेटमायेर, शाई होप, कीमो पॉल, केमार रोच.
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