ये सिर्फ बेंगलोर बनाम दिल्ली का मुकाबला नहीं है. ठीक उसी तरह से जैसे मुंबई बनाम बेंगलोर का मैच आईपीएल में रोहित शर्मा बनाम विराट कोहली बन जाता है और यही हाल चेन्नई बनाम बैंगलोर का मैच धोनी बनाम कोहली में तब्दील हो जाता है. लेकिन, वो बीते वक्त की बातें हैं. अब मैदान में ऋषभ पंत नाम का भविष्य का एक जादूगर आ चुका है.
धोनी तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं और कप्तानी टीम इंडिया की उन्होंने अपनी मर्जी से कोहली को थमाई थी. आईपीएल में तमाम कामयाबी के बावजूद रोहित को इसलिए भारत की कप्तानी का गंभीर दावेदार नहीं माना गया क्योंकि वो तीनों फॉर्मेट के लिए हालिया समय तक भी पक्के नहीं माने जाते थे.
पंत बनाम कोहली युग की शुरुआत
लेकिन, पंत के साथ वो समस्या नहीं है. अब कोहली के लिए भारतीय कप्तानी के विकल्प के तौर पर सबसे बड़े दावेदार पंत हो सकते हैं. अगर धोनी की तरह पंत विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं और अब तीनों फॉर्मेट में सहज हैं तो रोहित के मुकाबले उम्र भी उनके साथ है. जब कोहली के विकल्प की चर्चा भारतीय क्रिकेट में होगी तो आवाज अब रोहित के साथ-साथ पंत के नाम की भी होगी. लेकिन, ये सब आसान और हो जायेगा अगर पंत की टीम दिल्ली कोहली की टीम को ना सिर्फ आज के मैच में हराये बल्कि अगले मैच में भी हराये. ऐसा नामुमकिन भी नहीं है क्योंकि पिछले 4 मैच दिल्ली ने बैंगलोर के खिलाफ जीते हैं. अभी इस सीजन वो लगातार 3 मैच जीतकर इस मैच में उतर रही है.
अगर पंत भी रोहित की तरह कामयाब तो कोहली को मुश्किल?
अगर कोहली को आईपीएल में अपनी कप्तानी से प्रभावित करने में आलोचकों को कई साल बिताने पड़ गये वहीं पंत ने धमाकेदार शुरुआत की है. उनकी क्रिकेट की समझ को युवा खिलाड़ियों में काफी बेहतरीन माना जा रहा है. वैसे, ये इत्तेफाक नहीं है कि पंत को कप्तानी दिलाने में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉटिंग की भूमिका काफी अहम रही है. पॉटिंग बहुत ही समझदार कोच हैं और उन्होंने ही रोहित शर्मा को 2013 में मुंबई इंडियंस की कप्तानी दिलवायी थी जिसके बाद से उस टीम का इतिहास की बदल गया. पोटिंग ही नहीं पंत और कैपिटल्स को उम्मीद है कि इस बार ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा होगा.
कोहली की जन्म-भूमि है, पंत की पहचान-भूमि
अगर ऐसा हो जाता है तो निश्चित तौर पर दबाव एक बार फिर से कोहली पर दबाव बढ़ेगा. इत्तेफाक देखिये कि जहां कोहली दिल्ली के मूल निवासी हैं लेकिन आईपीएल में बैंगलोर के लिए खेलते हैं और अब दिल्ली से ज्यादा वक्त वो मुंबई में बिताते हैं. वहीं पंत उत्तराखंड के रुड़की से आतें हैं लेकिन दिल्ली ना सिर्फ इनकी कमर्भूमि बल्कि पहचान-भूमि बन चुकी है. पंत आईपीएल के अलावा दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी मैचों में कप्तानी भी करतें हैं.
वैसे पंत बनाम कोहली वाले मुकाबले में दोनों की चुनौतियां और कामयाबी के हीरो में भी काफी समानता देखने को मिल रही है. अगर कोहली के लिए मोहम्मद सिराज का नया रुप हैरान करने वाला है क्योंकि इस साल इस गेंदबाज ने अपने करियर की सबसे किफायती गेंदबाजी की है तो दिल्ली के लिए यही कमाल आवेश खान दिखा रहें हैं. अगर कोहली को विदेशी डेन क्रिस्टियिन मायूस कर रहें हैं तो पंत के लिए कगीसो रबाडा अपनी साख के साथ न्याय नहीं कर पा रहें हैं. बल्लेबाज के तौर पर कमोबेश पंत और कोहली एक जैसा ही खेल रहे हैं. अगर कोहली ने 151 रन बनाए है तो पंत ने 125. अगर कोहली का रन और औसत बेहतर है तो पंत ने उन्हें स्ट्राइक रेट में पटखनी दी है.
पंत और कोहली दोनों ने अब तक 5 में से 4 मैच जीते हैं लेकिन अंक-तालिका में 5 में से 4 जीत हासिल करने वाली दोनों टीमें नैट-रन रे के मामले में पीछे हैं. ऐसे में अगर जो भी टीम मंगलवार को जीतती है तो वो अंक-तालिका में नंबर 1 पर पहुंच जायेगी. अगर पंत ये जीत हासिल करते हैं तो उनकी कोशिश रहेगी कि हर हाल में धोनी या कोहली को फिर से टॉप पर आने ना दें. क्योंकि अगर इन दो दिग्गजों को वो आईपीएल में कप्तानी के मोर्चे पर लगातार पछाड़ने में कामयाब होंगे तभी तो भविष्य के लिए भारतीय कप्तानी का उनका दावा मजबूत होगा!
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