इंडियन प्रीमियर लीग 2021 के लिए खिलाड़ियों की होने वाली मिनी नीलामी के शुरू होने में कुछ घंटे ही बचे हैं. टीम मैनेजमेंट से लेकर क्रिकेट फैन्स तक सभी नीलामी को लेकर उत्सुक हैं. इन सबके बीच एक जिज्ञासा भी बढ़ने हैं. क्योंकि आईपीएल के 14वें संस्करण यानी IPL 2021 में वीवो का रंग फिर चढ़ने लगा है. ऐसे में सवाल उठने लगे हैं क्या BCCI द्वारा गलवान घटना के बाद IPL से हटाई गई VIVO कंपनी फिर से आईपीएल में घुस रही है? जानिए क्या है पूरा मामला...
- 440 करोड़ रुपये हर साल देती थी वीवो.
- गलवान घाटी की घटना के बाद, भारत-चीन तनाव के दौरान BCCI ने 2020 के टाइटल स्पॉन्सरशिप से वीवो को हटाया था.
- VIVO के बाद Dream11 बना था आईपीएल 13 का टाइटल स्पॉन्सर.
- IPL 2021 के साथ फिर जुड़ गया है वीवो का नाम.
- चीनी कंपनियों के बहिष्कार के कारण बाहर हुआ था वीवो.
फिर चर्चा में क्यों है VIVO ?
इंडियन प्रीमियर लीग की ऑफिसियल वेबसाइट https://www.iplt20.com पर आप जैसे ही प्रवेश करते हैं, वैसे ही आपकी आंखों के सामने बड़े अक्षरों में चाइनीज कंपनी वीवो VIVO का नाम घूमने लगेगा. नाम के साथ-साथ ट्रॉफी भी वीवो के रिबन से सजाई हुई दिखने लगेगी.
11 फरवरी 2021 को आईपीएल के सोशल मीडिया पेज ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम में एक पोस्ट शेयर की जाती है. इस पोस्ट में साफ-साफ वीवो का नाम आधिकारिक तौर पर डाला गया और VIVO को टैग भी किया गया.
अब एक नजर विवाद पर
पिछले साल जून की एक रात गलवान घाटी में चीन के साथ हुए संघर्ष में हमारे 20 जवान शहीद हो गए. उसके बाद से भारत-चीन के बीच तनाव काफी बढ़ गया. हमारी सरकार के नेता चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की बात करने लगे थे. देशभर के लोगों की जुबान से बायकॉट चीन का नारा सुनाई देने लगा था. सरकार ने भी कई चीनी एप बंद करके वाहवाही बटोरी थी.
इन सबके बीच शुरू होने वाला था आईपीएल का खेल जिसका, टाइटल स्पॉन्सर था वीवो. यह एक चाइनीज मोबाइल कंपनी है. ऐसे में बायकॉट IPL की बात होने लगी तब BCCI ने 440 करोड़ रुपये हर साल देने वाली कंपनी को स्पॉन्सरशिप से हटाकर. Dream11 को स्पॉन्सर बनाया, जिसने 220 करोड़ रुपये में एक साल का करार किया था. अब एक बार फिर स्पॉन्सरशिप को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी हैं.
बीसीसीआई ने तब एक लाइन का बयान भेजा था, जिसमें कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई थी. इसमें कहा गया था कि वीवो इस साल आईपीएल के साथ जुड़ा नहीं होगा. प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘बीसीसीआई और वीवो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 2020 में इंडियन प्रीमियर लीग के लिए अपनी साझेदारी को निलंबित करने का फैसला किया है.’’
वीवो ने पांच साल (2018 से 2022 तक) के लिये प्रत्येक वर्ष करीब 440 करोड़ रुपये में आईपीएल प्रायोजन अधिकार हासिल किये थे. 2021 आईपीएल के लिए अभी तक आधिकारिक तौर किसी को भी टाइटल स्पॉन्सर नहीं बनाया गया है. 18 फरवरी को नीलामी के दौरान हो सकता है इस पर कोई स्थिति स्पष्ट हो.
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