इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अब तक के सबसे महंगे खिलाड़ी क्रिस मॉरिस उस समय एक बड़ी चुनौती का सामना करेंगे जब राजस्थान रॉयल्स (आरआर) सोमवार को वानखेड़े स्टेडियम में लीग के 14वें सीजन के अपने पहले मुकाबले में पंजाब किंग्स से भिड़ेगी. चोट के कारण आईपीएल के सीजन के पहले भाग से जोफ्रा आर्चर के बाहर होने के बाद, मॉरिस को अपनी टीम के फ्रंटलाइन गेंदबाज की जिम्मेदारी निभानी होगी क्योंकि आरआर के सामने पंजाब किंग्स की पावर-पैक बल्लेबाजी को रोकने की चुनौती होगी.
आरआर की सबसे बड़ी समस्या विदेशी तेज गेंदबाजों की की कमी है. पिछले साल, आर्चर दूसरों से कोई समर्थन पाने में नाकाम रहे क्योंकि केवल स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया. इस बार हालांकि मॉरिस को तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान का समर्थन हासिल हो सकता है.
हालांकि, रहमान को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल पाती है या नहीं, यह भी देखने वाली बात होगी. बल्लेबाज जोस बटलर, ऑल-राउंडर बेन स्टोक्स और मॉरिस के साथ निश्चित रूप से, आरआर को रहमान को अंतिम एकादश में शामिल करने के बारे में काफी सोचना होगा क्योंकि उसके पास लियाम लिविंगस्टोन और डेविड मिलर जैसे दूसरे हार्ड हिटिंग बल्लेबाज भी हैं.
राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेट निदेशक कुमार संगकारा ने रविवार दोपहर मीडिया से कहा, ''संजू (सैमसन) और मैं दोनों सहमत होंगे कि जोफ्रा आर्चर का नहीं होना हमारे लिए एक बड़ा झटका है. जोफ्रा हमारे संयोजन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.''
ऐसे में जबकि मुंबई की विकेट बल्लेबाजी के अनुकूल है, यह संभावना है कि आरआर रहमान के साथ जा सकती है, जो अपने कटर के साथ विविधता लाने के लिए जाने जाते हैं और पिच से कुछ निकाल सकते हैं.
उधर, पंजाब किंग्स के बल्लेबाज केएल राहुल, जो पिछले साल ऑरेंज कैप विजेता थे, हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब दौर से गुजरे हैं लेकिन बावजूद इसके वह और मयंक अग्रवाल फिर से पंजाब फ्रेंचाइजी की बल्लेबाजी की रीढ़ बन सकते हैं.
पंजाब की टीम के सामने अपने चार खिलाड़ियों का विदेशी कोटा संतुलित करने की चुनौती है. वो वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरन को मौका देगी या फिर टी20 अंतरराष्ट्रीय में शीर्ष क्रम के बल्लेबाज डेविड मलान को मौका देगी, यह देखना दिलचस्प होगा.
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