भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने एक सनसनीखेज खुलासे में कहा है कि डिप्रेशन की वजह से वह कुछ महीनों पहले खुदकुशी करने की सोच रहे थे. इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में प्रवीण कुमार ने बताया कि वह किस तरह खुदकुशी करने के लिए एक मफलर और रिवॉल्वर लेकर हाईवे से ड्राइविंग करते हुए हरिद्वार पहुंच गए थे. उन्होंने अपने आप से पूछा, क्या है यह सब? बस खत्म करते हैं.
जब ‘स्विंग किंग’ के करियर को अचानक लगा ब्रेक
प्रवीण कुमार ने कहा कि वह डिप्रेशन के शिकार रहे हैं और इस वक्त उनकी थेरेपी और दवा चल रही है. अपने साथी क्रिकेटरों के बीच 'स्विंग किंग' के नाम से मशहूर प्रवीण कुमार को 2011 में डेंगू हो गया था. वह विश्वकप जीतने वाली टीम में नहीं थे. इसके बाद उनके लिए एक और खराब दौर आया, जब 2014 के आईपीएल में उनकी बोली नहीं लगी.
प्रवीण कुमार को लगा कि अब उनकी जिंदगी में सब कुछ ठहर गया है. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘’ मैं काफी अच्छी बॉलिंग कर रहा था. हर कोई मेरी तारीफ कर रहा था. मैं टेस्ट क्रिकेट के सपने देख रहा था. लेकिन अचानक सब खत्म हो गया था.’’
‘फिर क्रिकेट की दुनिया में लौटना चाहता हूं’
इसके बाद से वह नेशनल, इंटरनेशनल क्रिकेट से नदारद थे. उन्हें टीम में जगह नहीं मिल रही थी. इस बीच वह यूपी के अंडर-23 टीम के बॉलिंग बचे लेकिन उनका यह कार्यकाल छोटा ही रही. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक वह क्रिकेट में लौटने के लिए तैयार हैं. प्रवीण कुमार ने कहा कि मैं क्रिकेट में वापस लौटना चाहता हूं. यही एक चीज है, जिसे मैं जानता हूं और प्यार करता हूं.
‘इंडियन एक्सप्रेस’ में इस रिपोर्ट के छपने के बाद प्रवीण कुमार के प्रति सहानुभूति और समर्थन जताते हुए कई क्रिकेटरों ने ट्वीट किया. प्रज्ञान ओझा ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ का आर्टिकल शेयर करते हुए लिखा. आपने इससे निकलने का फैसला कर सूझबूझ का परिचय दिया है. अपना खयाल रखिये.
प्रवीण कुमार ने इस स्टोरी के लिए ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को धन्यवाद दिया. उन्होंने ट्वीट किया- सही तस्वीर दिखाने और इसे पब्लिक में लाने के लिए धन्यवाद.
अपने डिप्रेशन के इस खुलासे के बाद जबरदस्त कॉम्पीटिशन वाली खेलों की दुनिया में खिलाड़ियों के मेंटल हेल्थ लेकर बहस तेज हो गई है. विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल खिलाड़ियों के मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने पर जोर दे चुके हैं.
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