शेफाली वर्मा क्रिकेट विश्व कप फाइनल खेलने वाली दुनिया की सबसे युवा खिलाड़ी बन गई हैं. 16 साल और 40 दिन की शेफाली ने 8 मार्च को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर आस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप फाइनल मुकाबले में मैदान पर कदम रखते हुए ये उपलब्धि हासिल कर ली.
इससे पहले ये रिकॉर्ड वेस्टइंडीज की शकाना क्विंटीन के नाम था. उन्होंने 17 साल और 45 दिन की उम्र में 2013 महिला विश्व कप के फाइनल में हासिल किया था.
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर इस मामले में तीसरे नंबर पर हैं. आमिर ने 2009 टी-20 विश्व कप के फाइनल में 17 साल और 69 दिन की उम्र में मैदान पर कदम रखा था.
फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारा भारत
शेफाली वर्मा के नाम एक रिकॉर्ड हो गया हो, लेकिन महिला भारतीय टीम इतिहास नहीं रच पाई. पहली बार टी20 वर्ल्ड कप फाइनल खेलने उतरी भारतीय महिला टीम दबाव को नहीं झेल पाई. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को महिला टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में 85 रन से हराकर लगातार दूसरी बार खिताब जीत लिया.
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 185 रन का लक्ष्य दिया. ऑस्ट्रेलिया के लिए ओपनर बेथ मूनी ने नाबाद 78 और एलिसा हीली ने 75 रन बनाए. मेजबान टीम की शुरुआत मजबूत हुई थी.
भारतीय टीम को भी बड़ी और मजबूत शुरुआत की जरूरत थी. हालांकि टीम शुरुआती ओवरों में ही लड़खड़ा गई. पहले ही ओवर में भारत की सबसे सफल बल्लेबाज शेफाली वर्मा (2) आउट हो गईं. वर्मा के बाद जेमिमा रॉड्रिग्ज भी आउट हो गईं और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गईं.
कप्तान हरमनप्रीत कौर भी अपने जन्मदिन पर कुछ कमाल नहीं कर पाईं. सीनियर बल्लेबाज स्मृति मंधाना भी असफल साबित हुईं. दोनों इस पूरे टूर्नामेंट में नाकाम रही थीं. नाकामी का वो दौर फाइनल में भी जारी रहा. मंधाना (11) और हरमनप्रीत (4) भी टीम को संभाल नहीं पाई और भारत ने पावर प्ले तक सिर्फ 30 रन पर 4 विकेट गंवा दिए.
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