विराट कोहली (Virat Kohli) की टेस्ट कप्तानी (Test captaincy) का अंत भी वैसे ही हुआ जैसे उन्होंने टी20 की कप्तानी छोड़ी थी. वनडे की कप्तानी अगर उनसे ना ली जाती तो शायद उसे छोड़ने का अंदाज भी यही होता. लेकिन टी20 कप्तानी छोड़ना और वनडे की कप्तानी जाना शायद इतना नहीं खलेगा, पर टेस्ट मैचों विराट का रिकॉर्ड. इस थका देने वाले फॉर्मेट में उनका समर्पण टीम इंडिया जरूर मिस करेगी और ये देश भी मिस करेगा.
विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी है, अब कोई और कप्तान बनेगा, शायद युवा या रोहित शर्मा लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल ये है कि टी20 की कप्तानी को बाय-बाय कहने के बाद अपने सबसे प्यारे फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने का निर्णय उन्होंने क्यों लिया. इसके पीछे के असल कारण तो विराट ही बेहतर बता सकते हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों में भारतीय क्रिकेट के घटनाक्रमों को आपस में जोड़कर अगर देखें तो हम कई कारण खोज सकते हैं.
खुद का खराब प्रदर्शन
विराट कोहली पिछले काफी समय से उस स्तर का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे, जिसके लिए वो जाने जाते हैं. लेकिन वो एक कप्तान के रूप में शानदार रहे हैं. तभी तो लगभग 4 साल तक विराट की कप्तानी में टीम इंडिया को टेस्ट मेम नंबर 1 रखा.
विराट कोहली के कद को आप ऐसे मापिये कि सबके रनों की चर्चा होती है कि वो रन नहीं बना रहा है लेकिन विराट के लिए चर्चा रहती थी कि वो शतक नहीं लगा पा रहे हैं. बहरहाल विराट कोहली ने अपने ट्विटर पोस्ट में लिखा है कि उन्हें लग रहा है कि वो अपना 120 प्रतिशत नहीं दे पा रहे हैं. तो वो टीम के प्रति बेईमान नहीं हो सकते हैं. ये है भी कि 2019 से किसी भी फॉर्मेट में विराट कोहली शतक नहीं बना पाए हैं.
बीसीसीआई के साथ विवाद
क्रिकेट से अलग भी विराट कोहली के लिए सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था. सोशल मीडिया पर उन्हें काफी समय से टारगेट किया जा रहा था. हालांकि विराट कोहली लगातार कहते रहे कि वो बाहर की नॉइज नहीं सुन रहे हैं. जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया 36 पर ऑलआउट हुई तब विराट कप्तानी कर रहे थे और उसके बाद वो टीम को छोड़कर किन्हीं कारणों से लौट आए थे. जिसके बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती तब भी सोशल मीडिया पर उन्हें टारगेट किया गया.
तब कहा गया कि अजिंक्य रहाणे को कप्तान बना देना चाहिए. लेकिन सब जानते हैं ये होने वाला नहीं था, उसके अलावा सबसे बड़ा विवाद रहा उनका बीसीसीआई के साथ. जब कप्तानी छोड़ने और जाने को लेकर सौरव गांगुली ने कुछ और कहा, फिर कोहली ने कुछ और जवाब दिया और बाद में चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने सौरव गांगुली को बैक किया, कि सबने विराट से टी20 कप्तानी ना छोड़ने के लिए कहा था लेकिन वो नहीं माने. इसपर विराट और बीसीसीआई पूरी तरह आमने-सामने नजर आए.
अफ्रीका में मिली हार
दक्षिण अफ्रीका में भारत कभी सीरीज नहीं जीती थी, टीम विराट से उम्मीद थी कि वो दक्षिण अफ्रीका की इस नई टीम को हरा देगी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. कागजों पर भारत की टीम अफ्रीका से काफी मजबूत थी. लेकिन अफ्रीका ने हमेशा की तरह भारत को टेस्ट सीरीज नहीं जीतने दी.
वनडे कप्तानी से हटाने का तरीका
जब विराट कोहली ने सितंबर 2020 में टी20 वर्ल्ड कप से पहले विराट ने टी20 की कप्तानी छोड़ दी और उसके बाद विराट कोहली से वनडे कप्तानी ये कहकर ले ली गई कि मैनेजमेंट चाहता है कि सफेद बॉल का एक ही कप्तान होना चाहिए. विराट कोहली ने टी20 की कप्तानी छोड़ते वक्त ही कहा था कि मैं वनडे में कप्तान बने रहना चाहता हूं. लेकिन उनसे कप्तानी ली गई और उस पर जो विवाद हुआ, उसे लेकर सबने कहा कि बीसीसीआई इसे बेहतर तरीके से हैंडल कर सकता था. लेकिन वैसा नहीं हुआ और विराट कोहली जैसे कैरेक्टर को ये बाद कैसी लगी होगी, ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है.
‘द हीरो’
विराट कोहली एक हीरो हैं और ऐसे हीरो जिसने टॉप पर बने रहने के लिए खुद कौ तैयार किया है. उन्होंने कई इंटरव्यू में कहा है कि जिस दिन भी उन्हें लगा कि वो 120 प्रतिशत नहीं दे पा रहे हैं वो पीछे हट जाएंगे. क्योंकि हीरो तो हीरो होता है. यही हुआ भी उन्होंने टी20 की कप्तानी छोड़ी सरप्राइज हुआ और जब टेस्ट की कप्तानी छोड़ी तो शॉक लगा. यही विराट कोहली हैं...’द हीरो’
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