FIFA वर्ल्डकप में मौजूदा चैंपियन जर्मनी का सफर थम गया है. बुधवार को अपने अंतिम ग्रुप मैच में दक्षिण कोरिया के हाथों 0-2 से मिली हार के बाद जर्मनी की टीम मुकाबले से बाहर हो गई है. दूसरी ओर, इस ग्रुप से स्वीडन ने मेक्सिको को हराकर नॉकआउट का टिकट कटा लिया है. मेक्सिको पहले ही अंतिम-16 में पहुंच चुका है.
2014 में माराकाना स्टेडियम में अर्जेटीना को 1-0 से हराकर चौथी बार चैंपियन बनने वाली जर्मन टीम ग्रुप-एफ में दक्षिण कोरिया के खिलाफ एक औसत टीम की तरह खेली और इसका खामियाजा उसे टूर्नामेंट से बाहर हो कर भुगतना पड़ा. इस वर्ल्डकप में जर्मनी को दो मैचों में हार मिली जबकि एक मैच में जीत मिल सकी.
इसी के साथ ये लगातार तीसरा मौका है जब डिफेंडिंग चैंपियन टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई.
- 2006 की विनर इटली टीम 2010 में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी
- 2010 की विनर स्पेन की टीम 2014 में ग्रुप स्टेज से बाहर हुई थी
- अब साल 2014 की वर्ल्डकप विजेता जर्मनी की टीम 2018 में ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई
फुटबॉल वर्ल्डकप और जर्मनी से जुड़े कुछ खास फैक्ट्स
- 80 साल में पहली बार वर्ल्डकप के फर्स्ट राउंड से जर्मनी बाहर
- वर्ल्डकप में पहली बार जर्मनी सिर्फ 2 गोल कर सका
- कोरिया पहली एशियाई टीम जिसने वर्ल्डकप में जर्मनी को दी मात
- अबतक खेले गए फीफा वर्ल्डकप में जर्मनी 4 बार रहा चैंपियन
- जर्मनी से ज्यादा सिर्फ ब्राजील ने 5 बार ये खिताब जीता
- अब तक ऐसा 6 बार हुआ है कि जिस देश ने वर्ल्ड कप होस्ट किया, वो ही चैंपियन बन गया. जर्मनी इन 6 में से एक टीम है.
बड़ा उलटफेर, कोरिया की सबसे यादगार जीत
दक्षिण कोरिया ने फीफा वर्ल्डकप का सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए टूर्नामेंट के 21वें सीजन की अपनी पहली और अब तक की सबसे यादगार जीत दर्ज की.
कजान ऐरेना में खेले गए मुकाबले की शुरुआत से जर्मनी ने गेंद पर नियंत्रण बनाते हुए दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने की कोशिश की. 19वें मिनट में कोरिया को बॉक्स के बाहर फ्री-किक मिली. जुंग वूयंग ने शानदार फ्री-किक ली और जर्मनी के गोलकीपर मैनुअल नॉयर पहली बार में गेंद पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाए लेकिन उन्होंने कोरिया को शुरुआती बढ़त नहीं बनाने दी.
गोल करने के मौके नहीं बना पाए जर्मनी के खिलाड़ी
गेंद पर अधिक बैलेंस रखने के बावजूद जर्मनी के खिलाड़ियों ने गोल करने के अधिक मौके नहीं बनाए. 25वें मिनट इंग्लिश क्लब टोटेनहम हॉटस्पर से खेलने वाले स्टार फारवर्ड सोन हुंगमिन को बॉक्स के भीतर गोल करने का बेहतरीन मौका मिला लेकिन वो गेंद को गोल में नहीं डाल पाए.
39 वें मिनट में मिला पहला मौका
जर्मनी को मैच में गोल करने का पहला साफ मौका 39वें मिनट में मिला. स्ट्राइकर टीमो वेन्रेर ने कॉर्नर पर बॉक्स में मौजूद डिफेंडर मैट्स हुमल्स को पास दिया जिस पर हुमल्स गोल करने का प्रयास किया. हालांकि, कोरिया के गोलकीपर जो ह्योनवू ने शानदार बचाव करते हुए अपनी टीम को मैच में बनाए रखा.
मौजूदा चैम्पियन ने दूसरे हाफ की तेज शुरुआत की और 47वें मिनट में मिडफील्डर लियोन गोरेट्ज्का ने बॉक्स के भीतर से हेडर लगाकर गोल करने का प्रयास किया लेकिन गोलकीपर ने अपनी दाईं ओर कूदते हुए शानदार बचाव किया.
मैच के 64वें मिनट में वेर्नेर ने गोल करने का एक और मौका गंवा दिया. इसके चार मिनट बाद, स्ट्राइकर मारियो गोमेज ने बॉक्स के अंदर से शानदार हेडर लगाया लेकिन एक बार फिर कोरिया के गोलकीपर ने बेहतरीन बचाव किया.
अंतिम समय में जर्मनी ने अपना आक्रमण तेज किया जिसके कारण मिडफील्डर में कोरिया के खिलाड़ियों को काफी जगह मिली और इंजरी टाइम (93वें मिनट) में किम यंग-ग्वोन ने हेडर से गोल दागकर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी.
इसके तीन मिनट बाद, सोन हुंगमिन ने दक्षिण कोरिया के लिए दूसरा गोल दागा. उस समय जर्मन गोलकीपर नॉयर गोलपोस्ट छोड़कर अपने साथियों की मदद के लिए मिडफील्ड में आ चुके थे. हुंगमिन ने खाली पड़े गोलपोस्ट को भेदते हुए ऐतिहासिक गोल दागा.
(इनपुट: IANS)
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