मैदान पर एमएस धोनी के कुछ फैसले ऐसे होते हैं कि फैंस के साथ ही विरोधी भी उनके मुरीद बन जाते हैं. फील्ड पर वे इतने सटीक फैसले लेते हैं कि कभी कभार अंपायर को भी मात दे देते हैं. रविवार को हिमाचल के धर्मशाला स्टेडियम में टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच खेले गये मैच में इसे साबित कर दिया.
धोनी की होशियारी और ऐन वक्त पर डीआरएस लेने के फैसले से जसप्रीत बुमराह आउट होने से बाल-बाल बच गए.
जब धोनी ने अंपायर की ऊंगली उठने से पहले लिया डीआरएस
दरअसल, टीम इंडिया बल्लेबाजी कर रही थी, 33वां ओवर चल रहा था. पथिराना गेंदबाजी कर रहे थे. कुलदीप यादव के आउट होने के बाद जसप्रीत बुमराह बैटिंग करने आए. 33वें ओवर की पांचवीं गेंद पर पथिराना ने एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील की. अंपायर ऊंगली ही उठा रहे थे, लेकिन धोनी ने अंपायर की पूरी उंगली उठने से पहले ही डीआरएस का इशारा कर दिया था.
थर्ड अंपायर ने रिप्ले में हर एंगल से देखा. रिप्ले में गेंद ऑफ स्टंप के बाहर जा रही थी, इसलिए अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा और बुमराह नॉट आउट करार दिए गये. इस तरह रिव्यू भारत के पक्ष में आया और धोनी एक फिर सही साबित हुए. आप भी देखिए वीडियो
ट्विटर यूजर्स ने DRS को बताया 'धोनी रिव्यू सिस्टम'
डीआरएस का फैसला भारत के पक्ष में आने के बाद ट्विटर यूजर्स का प्यार धोनी पर बरसने लगा. वैसे तो DRS का पूरा 'डिसिजन रिव्यू सिस्टम' है, लेकिन ट्विटर यूजर्स ने इसे 'धोनी रिव्यू सिस्टम' करार दे दिया. विकास नाम के एक ट्विटर यूजर्स ने लिखा-
DRS= धोनी रिव्यू सिस्टम
आकाश ने लिखा कि अंपायर की उंगली उठने से पहले ही धोनी ने डीआरएस की मांग कर दी. ये 'धोनी रिव्यू सिस्टम' है.
रूपीन काले ने लिखा कि डीआरएस के मामले में आप धोनी को चैलेंज नहीं कर सकते हैं.
आपको बता दें कि धर्मशाला वनडे में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 112 रन बनाए थे, जिसमें भारत की तरफ से सबसे ज्यादा धोनी ने 65 रन बनाए थे. श्रीलंका की टीम ने 20.4 ओवरों 3 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया.
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