राशिद खान का जन्म जब 1998 में हुआ तो उनका देश अफगानिस्तान अंत्तराष्ट्रीय क्रिकेट संघ के सौ सदस्यों में भी शुमार नहीं था. और आज आलम ये है कि दुनिया की सबसे बड़ी लीग आईपीएल की एक उम्दा टीम की सबसे बड़ी पहचान कोई भारतीय खिलाड़ी ना होकर अफगानिस्तान का ये पठान है.
लेग स्पिन की सबसे बड़ी पहचान-राशिद खान
आज राशिद ख़ान सिर्फ अफगानिस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लेग स्पिन की सबसे बड़ी पहचान है. एक ऐसा खिलाड़ी जिसके देश में क्रिकेट को लेकर किसी तरह की सुविधा नहीं थी और जिसने टीवी पर मैच देखकर क्रिकेट की बारिकयां समझी, आज वो क्रिकेट का एक सुपरस्टार है. ये अपने आप में NETFLIX के लिए सुपर फिल्म वाली कहानी है. लेकिन, राशिद की कामयाबी की कहानी नाटकीय ना होकर यथार्थवादी है.
आईपीएल में पिछले 2 सीजन में हर विरोधी को ओवर नंबर 7 से लेकर ओवर नंबर 15 यानि पावर-प्ले के बाद और डेथ ओवर्स से पहले राशिद खान अपने पावर का इस्तेमाल कर अच्छी-अच्छी टीमो को खत्म कर देते हैं. इस दौरान राशिद की गेंदों पर हर ओवर में सिर्फ 5.44 की इकॉनोमी रेट से रन बनते हैं. इससे ज्यादा किफायती कोई और नहीं. जसप्रीत बुमराह या फिर जोफ्रा आर्चर भी नहीं.
सफेद गेंद में राशिद दुनिया के नंबर 1 बॉलर- लक्ष्मण
सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटर और टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज रह चुके वीवीएस लक्ष्मण की पहचान शेन वार्न जैसे दिग्गज लेग स्पिनर को उनके प्रभुत्व के दौर में पीटने की रही है. लक्ष्मण ने दुनिया के दूसरे महानतम लेग स्पिनर अनिल कुंबले के साथ 2 दशक से भी ज्यादा वक्त बिताया है और जहां नैट्स पर उनकी अनगिनत गेंदें झेलीं हैं.
मैनें लक्ष्मण से ही पूछ डाला कि आखिर ऐसा क्या है जो कि राशिद को इतना खास बनाता है? “ उनका माइंडसेट. हमेशा आक्रमण करने की सोच. आप एक साल अपने ऐक्शन से लोगों को हैरान कर सकते हैं, अगले साल अपनी विविधता से, उसके बाद अनुभव से लेकिन आज के दौर में कोई ना कोई आपका तोड़ निकाल ही लेगा. लेकिन, राशिद हमेशा बल्लेबाजों से दो कदम आगे चलते हैं और इसलिए मेरा मानना है कि सफेद गेंद की क्रिकेट में वो दुनिया के नंबर 1 बॉलर है.”
सफेद के साथ लाल गेंद की टेस्ट में भी पास हैं राशिद
लक्ष्मण का ये बयान राशिद के लिए बहुत बड़ी तारीफ है, लेकिन अफगानिस्तान के इस खिलाड़ी को सिर्फ सफेद गेंद का जीनियस कहना उनकी प्रतिभा को सीमित करने वाली बात होगी. अभी हाल ही में जिम्बाब्वे के खिलाफ एक टेस्ट मैच के दौरान राशिद ने करीब 100 ओवर (कुल 99.2 ओवर आबू धाबी टेस्ट में) डाले जो कि इस सदी में किसी भी गेंदबाज ने नहीं डाले थे. आखिरी बार मुथैया मुरलीधरण ने 1998 में ओवल टेस्ट में करीब 114 ओवर की गेंदबाजी की थी.
किस्मत और प्रतिभा ने बना डाला स्पिन-डॉक्टर!
राशिद के परिवार में उनके साथ साथ 7 भाई और 4 बहनें हैं. वो माता-पिता की छठी संतान हैं. राशिद अफगानिस्तान के मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं, जहां उनका परिवार का कार-व्यापार में जुटा था और वो राशिद को डॉक्टर बनते देखना चाहते थे. लेकिन, किस्मत और राशिद की प्रतिभा ने उन्हें स्पिन-डॉक्टर बना डाला!
क्रिकेट के प्रजातांत्रिक होने की सबसे बड़ी मिसाल हैं राशिद
सिर्फ 17 साल की उम्र में अपने देश के लिए वन-डे मैच खेलने वाले राशिद क्रिकेट के प्रजातांत्रिक होने की सबसे बड़ी मिसाल हैं. आखिर, क्रिकेट की जननी इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रुट को आईपीएल में कोई पूछता नहीं है, जबकि अफगानिस्तान के राशिद के लिए दुनिया भर की हर टीमें करोड़ों-करोड़ रुपये हंसते-हंसते खर्च करना चाहती हैं.
2017 में सनराइजर्स हैदराबाद से जब से राशिद ने खेलना शुरु किया है तब से उनकी टीम हर बार अंतिम- 4 में पहुंचने में कामयाब रही है. लेकिन ट्रॉफी नहीं जीत पायी है. राशिद के लिए 2021 में ये सबसे बड़ा लक्ष्य है. लेकिन, जो अपने दम पर हो सकता है, अपनी टीम के लिए राशिद ने उनसे ज्यादा बढ़कर किया है.
इस बार राशिद को ‘डिकोड’ करने में कोई होगा कामयाब ?
पिछले साल 16 मैचों में 20 विकेट लेकर राशिद सबसे कामयाब गेंदबाजों में से छठवें नंबर पर थे. अब तक खेले गेए कुल 62 IPL मैचों में इस लेग स्पिनर ने 75 विकेट महज 6.24 की इकोनमी रेट से लिए हैं और पिछले साल तो उनका इकॉनोमी रेट 6 (5.37) से भी कम रहा था. हैदराबाद के लिए आईपीएल 2021 की शुरुआत कोलकाता के खिलाफ मैच से शुरु हो रही है जहां पर इयोन मार्गन, रसेल आर्नोल्ड जैसे धुरंधर हैं, तो शुभमन गिल जैसी युवा प्रतिभा भी. लेकिन, क्या कोलकाता या कोई और टीम इस बार राशिद को ‘डिकोड’ करने में कामयाब हो पायेगी?
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