रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले पोलैंड के डिस्कस थ्रो (चक्का फेंक) खिलाड़ी पिओत्र मालाचोवस्की ने अपना मेडल बेच दिया. उन्होंने ये काम कैंसर से पीड़ित तीन साल के एक बच्चे के इलाज के लिए किया.
मालाचोवस्की ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि 2 साल के ओलेक नाम के लड़के की मां ने उन्हें एक पत्र भेजा था, जिसमें बच्चे के इलाज के लिए मदद मांगी गई थी. पत्र पढ़ने के बाद उन्होंने अपना मेडल नीलाम करने का फैसला किया.
मालाचोवस्की ने पहले नीलामी का ऐलान करते हुए लिखा,
किसी एथलीट के लिए ओलंपिक में मेडल जीतना जिंदगी के सबसे बड़े सपने का सच होना होता है. यहां सबसे कीमती गोल्ड होता है. मैंने इसे पाने के लिए सब कुछ किया, पर मैं गोल्ड नहीं जीत पाया. लेकिन भाग्य ने मेरे सिल्वर मेडल की कीमत बढ़ाने का मुझे एक और मौका दिया है.पिओत्र मालाचोवस्की
बच्चे की मां ने मालाचोवस्की को चिट्ठी में लिखा था कि ओलेक पिछले दो साल से आंख के कैंसर से जूझ रहा है और न्यूयॉर्क में किया जाने वाला इलाज उसके लिए एकमात्र उम्मीद है.
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