इंग्लैंड के खिलाफ नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आखिरी टेस्ट से पहले भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने मोटेरा पिच के समर्थन में बयान दिया है. कोहली ने कहा कि आज हम इसलिए सफल टीम हैं क्योंकि हम कहीं भी खेलें पिच के बारे में नहीं सोचते. मोटेरा की पिच पर सवाल उठाना गलत है.
दरअसल, भारत-इंग्लैड के बीच हुए टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में भारत ने इंग्लैंड को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी थी, वो भी सिर्फ 2 दिनों में ही मैच खत्म हो गया था. जिसके बाद मोटेरा पिच को लेकर सवाल उठने लगे थे.
इसी पर पहली बार कोहली ने खुलकर जवाब दिया है. कोहली ने कहा,
“हमेशा स्पिन ट्रैक के बारे में बहुत ज्यादा शोर और बहुत ज्यादा बातचीत होती है. मुझे पूरा भरोसा है कि अगर हमारी मीडिया उन विचारों का खंडन करने और ऐसे विचारों को पेश करने की स्थिति में है कि केवल स्पिन पिचों की ही आलोचना करना अनुचित है तो ही यह संतुलित बातचीत होगी.’’
विराट कोहली ने 2020 में हुए न्यूजीलैंड दौरे पर खेले गए दो टेस्ट मैचों का भी जिक्र किया, जिसमें तीन दिन में ही मैच खत्म हो गया था और भारत को 10 और सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा था.
उन्होंने कहा,
‘2020 में न्यूजीलैंड के दौरे पर हम 3 दिन में टेस्ट हार गए थे, लेकिन किसी ने पिच के बारे में कुछ नहीं लिखा. यह सिर्फ ऐसा था कि भारत न्यूजीलैंड में खराब खेला और किसी ने पिच की आलोचना नहीं की. तीसरे दिन सिर्फ 36 ओवर का खेला हुआ था. कोई यह देखने नहीं आया कि पिच कैसी है और गेंद कैसे जा रही है.’
कोहली ने कहा कि उस समय, न तो उन्होंने और न ही टीम प्रबंधन ने पिचों पर अपनी विफलताओं को जिम्मेदार ठहराया था. “एक टीम के रूप में हमारी सफलता के पीछे का कारण यह है कि हमने जिस भी सतह पर खेला है, उसके बारे में हमें जानकारी नहीं है. हमने हमेशा सुधार करने की कोशिश की है.”
यह पूछे जाने पर कि क्या क्रिकेट बोर्ड यह सुनिश्चित करेंगे कि पिचें अनुचित घरेलू फायदा न दे, इसपर कोहली ने कहा, “यह बहुत अच्छा होगा अगर आपने हमसे इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर यह सवाल पूछा होता, न कि जब आपने भारत में दो टर्निंग पिच देखी हैं. इसलिए मेरे लिए यह सवाल अप्रासंगिक है."
उन्होंने यह तर्क भी नकार दिया कि पिच सुनिश्चित करती है कि मैच पूरे पांच दिनों तक चले.
“क्या आप जीतने के लिए खेलते हैं या यह सुनिश्चित करने के लिए कि पांच दिनों तक मैच चलता रहे और इसमें मनोरंजन है?”
उन्होंने कहा, "मुझे समझ नहीं आता कि क्रिकेट गेंद और पिच पर इतना ध्यान क्यों केंद्रित किया जा रहा है. हम इस बात पर ध्यान, क्यों नहीं देते कि बल्लेबाजों के पास ऐसी पिच पर बल्लेबाजी करने के लिए कौशल नहीं था. दोनों टीम ने तीसरे टेस्ट में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. मैं आगे भी ऐसा कहता रहूंगा, क्योंकि मैं काफी समय से खेल रहा हूं और मुझे पता है कि क्रिकेट के मैदान पर क्या होता है. इसका गेंद के रंग और आकार से कोई लेना देना नहीं है. पिछले मैच का नतीजा दोनों टीमों की खराब बल्लेबाजी का परिणाम था. हालांकि हमने इंग्लैंड से ज्यादा रन खड़े किए. यह बस खराब बल्लेबाजी की बात है."
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