भारत में 5G स्मार्टफोन की क्रांति शुरू हो चुकी है और कई कंपनियां लेटेस्ट नेटवर्क कनेक्टिविटी सपोर्ट के साथ स्मार्टफोन लॉन्च भी करने लगी हैं. हालांकि, ये स्मार्टफोन जिस नेटवर्क पर काम करेंगे, वो अब तक देश में देखने को नहीं मिला है. यानी 5G नेटवर्क देश में मौजूद ही नहीं है.
इंडस्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो ग्राहकों को मोबाइल फोन पर 5G नेटवर्क के लिए 2022 तक इंतजार करना पड़ेगा. तो सवाल ये है कि बिना हाईस्पीड नेटवर्क के कंपनियां 5G स्मार्टफोन क्यों लॉन्च कर रही हैं?
जब आपके फोन में यूट्यूब वीडियो स्ट्रीमिंग या इंटरनेट पर कोई फाइल डाउनलोड करने की स्पीड बदलेगी ही नहीं तो ऐसे फोन अभी क्यों आ रहे हैं?
इस पर टेकआर्क के फाउंडर फैसल कावूसा कहते हैं, "5G फोन लॉन्च एक प्रक्रिया है जिससे टेलीकॉम ऑपरेटर्स के लिए नेटवर्क टेस्टिंग के विकास में मदद पहुंचाएगा. इससे यह सुनिश्नित होगा कि समय आने पर इंडस्ट्री यूजर्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार है."
अभी 5G फोन लाना टेलीकॉम आपरेटर्स के लिए फायदेमंद है जो अपने नेटवर्क रेंज और परफॉर्मेंस को उपलब्ध हार्डवेयर पर टेस्ट कर सकते हैं.फैसल कावूसा, टेकआर्क के फाउंडर
कुछ लोग कह सकते हैं कि बिना स्पेक्ट्रम नीलामी के, लोगों के लिए 5G की उपलब्धता अंधेरे में तीर चलाने जैसा है.
5G का माहौल तैयार होगा
फैसल का यह भी मानना है कि लोगों तक नेटवर्क पहुंचने से दो साल पहले 5G फोन लाने का फायदा भी है. उनके मुताबिक, जब 5G सर्विस लोगों तक पहुंचेगी, तब तक फोन के दाम भी कम हो जाएंगे.
अभी 37 हजार रुपये में 5G फोन लाने का मतलब है कि आने वाले 2 सालों में जब 5G सर्विस मेनस्ट्रीम होगी तो स्मार्टफोन कंपनियां 5G फोन 20-25 हजार रुपये में बेचने पर विचार करेगी, जिससे वे काफी मात्रा में फोन बेच सकेंगे.फैसल कावूसा, टेकआर्क के फाउंडर
खास बात यह है कि, कुछ साल पहले भारत में सबसे पहले 4G फोन लाने वाली पहली कंपनी Xiaomi थी. और अब, दूसरी चीनी कंपनी (रियलमी) ने भारत में सबसे पहले 5G फोन लॉन्च कर दिया है. रियलमी ने सोमवार को भारत में अपने पहले 5जी स्मार्टफोन 'एक्स50 प्रो 5जी' को लॉन्च किया. इसकी शुरुआती कीमत 37,999 रुपये रखी गई है.
रियलमी इंडिया के CEO माधव सेठ ने कहा, "हम भारत के पहले 5जी, सुपरफास्ट, परफॉर्मेस-ड्रिवेन स्मार्टफोन रियलमी एक्स50 प्रो 5जी को लॉन्च करके गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं."
क्या इसका कोई मतलब है?
इन स्मार्टफोन में 5G एलीमेंट के नहीं होने के अलावा, इंडस्ट्री के लिए क्या है? देश में अलग-अलग नेटवर्क की लॉन्चिंग के इतिहास को देखकर पता चलता है कि कोई भी फोन शुरुआत में बड़ी संख्या में नहीं बिका था.
जब भी भारत में कोई नया कनेक्टिविटी नेटवर्क या ‘G’ लॉन्च हुआ, फोन निर्माताओं ने 15 लाख से ज्यादा फोन नहीं बेचे, चाहे वो 3G हो 4G.फैसल कावूसा, टेकआर्क के फाउंडर
इस बात पर गौर करना जरूरी है, क्योंकि सोमवार को अपने 5G फोन लॉन्च करने के दौरान रियलमी ने कहा कि देश में 3G और 4G नेटवर्क लॉन्च होने से पहले स्मार्टफोन कंपनियों ने पहले से ही 5 करोड़ फोन बाजार में ला दिए थे.
सबसे अहम यह है कि लोग फोन ब्रांड को लेकर सिर्फ डिवाइस के साथ अपने भविष्य की सुरक्षा को लेकर बात करते हैं, लेकिन क्या इस मामले में भी इसका कोई औचित्य है?
रियलमी इंडिया के CEO माधव सेठ ने इसको लेकर बताया कि भारत में कंटेंट मौजूद नहीं होने के बावजूद 4K टीवी लॉन्च हो चुका था. वे इसी तर्क के साथ नेटवर्क मौजूद नहीं होने के पहले ही, 5G स्मार्टफोन बाजार में लाने को जस्टिफाइ करते हैं.
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