TikTok समेत 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया गया है. अब TikTok ऐप को खोलने पर 'नेटवर्क एरर' दिख रहा है. साथ ही ऐप बैन होने का नोटिस भी मैसेज के तौर पर यूजर नोटिस दिखाई दे रहा है.
इस ऐप के बैन के बाद भारतीय ऐप चिंगारी के डाउनलाउड्स में उछाल देखने को मिल रहा है. कमोबेश टिकटॉक जैसा ही दिखने वाला ये शॉर्ट वीडियो हिंदी, अंग्रेजी समेत कई भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध है. कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक, 35 लाख से ज्यादा लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं. पिछले 24 घंटे में ऐप पर तेजी से यूजर्स एक्टिविटी देखने को मिल रही है. हर घंटे 90 हजार नए यूजर ऐप जॉइन कर रहे हैं.
चिंगारी ऐप के सुमित घोष ने ट्विटर पर लिखा है-
आज सभी पुराने रिकॉर्ड्स टूट गए! हर मिनट पर करीब 10,000 यूजर. हर घंटे 3 मिलियन वीडियो स्वाइप या देखी गईं. पिछले 24 घंटों में 26 मिलियन वीडियो देखी गईं. हर घंटे 90,000 नए यूजर ऐप जॉइन कर रहे हैं. और हमारा टेक और इंफ्रा इसे मुस्कुराते हुए हैंडल कर रहा है.
आज सभी पुराने रिकॉर्ड्स टूट गए! हर मिनट पर करीब 10,000 यूजर. हर घंटे 3 मिलियन वीडियो स्वाइप या देखी गईं. पिछले 24 घंटों में 26 मिलियन वीडियो देखी गईं. हर घंटे 90,000 नए यूजर ऐप जॉइन कर रहे हैं. और हमारा टेक और इंफ्रा इसे आसानी से हैंडल कर रहा है.
पिछले साल बना था चिंगारी, आनंद महिंद्रा का भी मिला समर्थन
चिंगारी ऐप को बेंगलुरु के प्रोग्रामर बिस्वत्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने पिछले साल बनाया था. ये ऐप गूगल प्ले स्टोर पर फिलहाल टॉप पोजिशिन पर चलरहा है.
नायक ने कहा, "चूंकि भारतीयों को इस समय देसी और टिक-टॉक की तरह ही प्लेटफार्म की जरुरत थी, इसलिए हम उनके अपेक्षाओं पर खरे उतरने का प्रयास कर रहे हैं. चिंगारी एप एक नया बेंचमार्क सेट कर रहा है, बहुत सारे निवेशक हमारे एप में रुचि दिखा रहे हैं. हम इस प्लेटफार्म पर फ्री सर्विस देंगे.’’
दिग्गज कारोबारी आनंद महिंद्रा ने बैन के कुछ ही दिन पहले इस ऐप के बारे में लिखा था कि उन्होंने टिकटॉक का इस्तेमाल तो कभी भी नहीं किया, लेकिन इस देसी ऐप को सपोर्ट कर रहे हैं, और डाउनलोड कर चुके हैं.
यहां क्या-क्या मिलता है?
चिंगारी यूजर्स को वीडियो डाउनलोड करने और अपलोड करने, दोस्तों के साथ चैट करने, नए लोगों के साथ बातचीत करने, कंटेंट शेयर करने और फीड के माध्यम से ब्राउज करने की मंजूरी देता है.
एप्लिकेशन अंग्रेजी, हिंदी, बंगला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल और तेलुगु लेंग्वेज में मौजूद है.
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