टाटा मोटर्स की कंपनी जैगुआर लैंड रोवर ऑटोमॉटिव पीएलसी ने पोर्श, लैंबोर्घिनी, ऑडी और फोक्सवैगन के खिलाफ अमेरिका में शिकायत दर्ज कराई है. कंपनी ने अमेरिका में इन कंपनियों की SUV के आयात पर रोक लगाने की मांग की है.
जैगुआर ने कहा है कि इन कारों में उसकी पेटेंटेड टिरेन रिस्पांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके लिए जैगुआर ने अनुमति नहीं दी है. भारतीय कंपनी टाटा मोटर्स ने जून 2008 में फोर्ड से जैगुआर और लैंड रोवर खरीदा था.
टाटा की कंपनी जैगुआर लैंड रोवर ने US इंटरनेशनल ट्रेड कमिशन में दाखिल की गई अपनी शिकायत में कहा कि इस टेक्नोलॉजी बल पर कार कई तरह की जमीन पर चल सकती है. जैगुआर की F-पेस और लैंड रोवर डिस्कवरी कारों में यह एक प्रमुख टेक्नोलॉजी है.
जैगुआर के वकील मैथ्यू मूर ने अपनी फाइलिंग में कहा कि अमेरिका में चुराई गई टेक्नोलॉजी से बने उत्पाद बेचने वाली कंपनियों से JLR अपनी और अपने अमेरिकी कारोबार की सुरक्षा चाहती है.
जैगुआर ने पोर्श की काइनी, लैंबोर्घिनी की यूरुस, ऑडी की Q8, Q7, Q5, A6 ऑलरोड ऑर ई-ट्रॉन कारों और VW की टिगुआर कारों के आयात पर अमेरिका में रोक लगाए जाने की मांग की है.
जैगुआर ने कहा कि यदि इन SUV के आयात पर रोक लगाई जाती है, तो अमेरिकी बाजार में मांग को पूरा करने के लिए कई अन्य लक्जरी मिडसाइज SUV और कंपैक्ट क्रॉसओवर कारें उपलब्ध हैं.
बता दें इंटरनेशनल ट्रेड कमिशन एक स्वायत्त और क्वासी जुडिशियल एजेंसी है. यह पेटेंट चोरी जैसे अनुचित ट्रेड प्रैक्टिसेज की शिकायतों की जांच करती है. यह मुआवजा का आदेश नहीं दे सकती है, लेकिन यह अमेरिका में प्रॉडक्ट के आयात पर रोक लगा सकती है.
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