सोशल साइट फेसबुक पर वायरल होने वाली फर्जी खबरों पर अब लगाम कसने की तैयारी की जा रही है. दरअसल, फेसबुक अब ऐसा इंतजाम करने जा रहा है, जिससे फर्जी खबरें ट्रेंड नहीं हो पाएंगी.
फेसबुक अपने 'trending' फीचर को अपडेट कर रहा है, ताकि फर्जी खबरें इस सेक्शन में नजर न आएं. साइट पर इस सेक्शन के जरिए फर्जी खबरों को ट्रेंड कराने के आरोप लगे थे.
अमेरिका में प्रेसिडेंट इलेक्शन के दौरान भी कहा गया था कि इसी ट्रेंडिंग सेक्शन में होने से डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव में मदद मिली थी.
इसी के चलते फेसबुक ने बुधवार को ऐलान किया कि अब ट्रेंडिंग लिस्ट में वही टॉपिक नजर आएंगे, जिन्हें बहुत सारे ऑथेंटिक पब्लिशर्स ने पब्लिश किया हो. इससे पहले इस सेक्शन में वो खबरें नजर आती थीं, जिन्हें बहुत ज्यादा शेयर और कमेंट मिलते थे.
इस फीचर का इरादा फेसबुक को इन्फॉर्मेशन का भरोसमंद स्रोत बनानाहै, जिससे यूजर्स को दुनिया में हो रहे घटनाक्रम की रियल टाइम कवरेज मिल सके.विल कैथकार्ट, वाइस प्रेजिडेंट, प्रॉडक्ट मैनेजमेंट, फेसबुक
ट्रेंडिंग फीचर में बदलाव के बाद फेसबुक ट्रेंडिंग लिस्ट को यूजर के इंटरेस्ट के हिसाब से कस्टमाइज करना बंद कर देगा. इसके बजाय यूजर्स को लोकेशन के हिसाब से ट्रेंडिंग लिस्ट दिखाई जाएगी. उदाहरण के लिए, भारत के यूजर को भारत की और अमेरिका के यूजर को अमेरिका की ट्रेंडिंग खबरें नजर आएंगी.
2014 में लॉन्च हुआ था ट्रेंडिंग फीचर
फेसबुक ने ‘ट्रेंडिंग’ फीचर साल 2014 में लॉन्च किया था. इसके बाद फेसबुक के एडिटर्स पर जान-बूझकर रूढ़िवादी विचारों को दबा देने का आरोप लगा था. बाद में फेसबुक ने ट्रेंडिंग लिस्ट को देख रहे कर्मचारियों को हटाकर ऑटोमेटेड सिस्टम लागू कर दिया था. हालांकि यह फीचर भी कामयाब नहीं रहा और इसने सबसे ज्यादा अटेंशन लेने वाले कंटेंट को दिखाना शुरू कर दिया. लिहाजा ज्यादा अटेंशन के चलते फर्जी कंटेट भी ट्रेंडिंग लिस्ट में दिख रहा था.
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