ब्राजील (Brazil) की सुप्रीम कोर्ट ने लोकप्रिय मैसेजिंग सर्विस एप टेलीग्राम (Telegram) पर बैन लगा दिया है. बता दें कि इस साल के अंत में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, इसको देखते हुए अधिकारियों ने फेक न्यूज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए टेलीग्राम पर बैन लगाया है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस की अपील पर जस्टिस अलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने इंटरनेट प्रोवाइडर्स और डिजिटल स्टोर्स को टेलीग्राम एप को ब्लॉक करने का आदेश दिया है.
टेलीग्राम पर सरकार, न्यायपालिका और पुलिस अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं करने के आरोप लगाए जा रहे थे.
पुलिस ने जस्टिस मोरेस से किए गए अपने अनुरोध में लिखा कि टेलीग्राम विभिन्न प्रकार की आपराधिक सामग्रियों के पब्लिश करने की खुली जगह बन चुका है. इस बात जिक्र जस्टिस मोरेस ने अपने फैसले के दौरान भी किया.
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो और उनके सहयोगियों ने अपने ऑनलाइन सपोर्टर्स को ट्विटर और फेसबुक जैसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म्स पर जाने के लिए कहा.
बोल्सोनारो आए दिन ये दावा करते रहते हैं कि उन्हें Big Tech द्वारा चुप कराया जा रहा है, वो खुद इस ऐप के यूजर हैं.
टेलीग्राम के फाउंडर और चीफ एक्जेक्यूटिव ऑफिसर पावेल ड्यूरोव ने कहा कि यह फैसला केवल एक गलत कम्यूनिकेशन का नतीजा है. उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए काम कर रहा था.
मैं अपनी लापरवाही के लिए टेलीग्राम टीम की ओर से ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगता हूं. हम निश्चित रूप से बेहतर काम कर सकते थे.पावेल ड्यूरोव, सीईओ, टेलीग्राम
ड्यूरोव ने ब्राजील कोर्ट से प्रतिबंध को लागू करने में देरी करने की अपील की है.
शुक्रवार, 18 मार्च तक Google Play के जरिए टेलीग्राम अभी भी ब्राजील में उपलब्ध था. बता दें ब्राजील के अधिकारियों ने 2006 में YouTube और 2016 में WhatsApp को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था.
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