प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार, 13 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन करने जा रहे हैं. ऐसे में एक दिन पहले रविवार,12 दिसंबर को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दावा किया है कि उनके कार्यकाल के दौरान इस परियोजना को मंजूरी दी गई थी और उनके पास डाक्यूमेंट्स के रूप में सबूत मौजूद हैं.
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार केवल किसानों की आय दोगुनी करने में पीएम की विफलता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को ला रही है.
आगामी विधानसभा चुनावों के पहले सूबे की राजधानी लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि "आप सभी जानते हैं कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किसने किया था. आज महंगा होने के कारण खाद उपलब्ध नहीं हैं, तो किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी?”
"बस इसलिए कि जनता यह सवाल न पूछे, वे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर ला रहे हैं. और अगर कोई कैबिनेट है जिसने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को पास किया है, तो वह समाजवादी पार्टी की सरकार थी. हम उसके डॉक्यूमेंट देकर अपनी बात से सिद्ध करेंगे”अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने हाल के हफ्तों में दावा किया है कि उनकी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस और सरयू नहर परियोजना सहित बीजेपी सरकार द्वारा उद्घाटन की जा रही परियोजनाओं को या तो शुरू किया था या अनुमोदित किया था.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक मुख्यमंत्री थें और इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने पदभार संभाला.
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