क्या आप सोचते हैं कि गायों की तस्करी या हत्या कोई सामुदायिक मामला है? क्या इस काले धंधे में किसी एक ही समुदाय के लोग शामिल हैं? अगर आप ऐसा सोचते हैं, तो जरा ठहरिए.
यह सच है कि जब से बीजेपी सरकार केंद्र की सत्ता में आई है, तब से गायों के मामले सुर्खियों में ज्यादा रहे हैं. दादरी कांड हो या गोरक्षकों की बर्बर ‘गोभक्ति’ हो, इन मामलों से यही पता चलता है कि कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है.
क्विंट ने इस बारे में पड़ताल की कि गायों के संरक्षण की आड़ में गैरकानूनी कारोबार करने वाले लोग आखिर किस तबके और समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. कैसे धड़ल्ले से हो रही है गायों की तस्करी, देखिए हमारी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...
वीडियो एडिटर: पुनीत भाटिया
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