बिहार बोर्ड की 12वीं यानी इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के नतीजे आ गए हैं. साइंस से लेकर आर्ट्स और कॉमर्स तीनों ही स्ट्रीम में लड़कियों ने बाजी मारी है. लेकिन साइंस टॉपर सोनाली कुमारी की कहानी आपको भावुक कर देगी.
नालंदा जिले के बिहार शरीफ की रहने वाली सोनाली कुमारी के पिता चुन्नीलाल ठेले पर घूम-घूम कर फल से लेकर अलग-अलग चीजें बेचते हैं, और मां चना का भूंजा और सत्तू बेचती हैं. सोनाली कहती हैं, "
मुझे अब आगे चलकर सिविल सर्विसिजे (UPSC) में जाना है, ताकि अपने परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक कर सकूं. साथ ही लोगों की सेवा करूं. मेरे माता-पिता ने बहुत मेहनत से हमें पढ़ाया है.
सोनाली कुमारी को 500 में से 471 नंबर आए हैं, मतलब करीब 94 फीसदी. पढ़ाई के दौरान आर्थिक संकट हमेशा बना रहा लेकिन सोनाली और उसके परिवार ने हिम्मत नहीं हारा. सोनाली के सामने आगे की पढ़ाई को लेकर भी आर्थिक चैलेंज है. सोनाली कहती हैं,
धीरे-धीरे मैं साइड से कुछ ऐसा जॉब करूंगी जिससे परिवार की मदद हो सके औऱ मेरी पढ़ाई भी न रुके.
सोनाली का कहना है कि उन्हें यकीन था कि वो बहुत अच्छा करेंगी, क्योंकि उन्होंने पढ़ाई में काफी मेहनत की थी.
ये पहला मौका नहीं है जब सोनाली ने खुद को साबित किया है, सोनाली को 10वीं बोर्ड एग्जाम यानी मैट्रिक में भी 500 में 454 नंबर मिले थे.
लॉकडाउन में कैसे की पढ़ाई?
जब क्विंट ने सोनाली से लॉकडाउन में पढ़ाई को लेकर सवाल किया तो उन्होंने बताया कि घर पर ही खूब मेहनत से पढ़ाई की. लॉकडाउन में सेल्फ स्टडी का खूब वक्त मिला. साथ ही अपने कॉलेज के टीचर्स से फोन पर संपर्क बनाए रखा. इसके अलावा ऑनलाइन पढ़ाई से भी मदद मिली.
बता दें कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा जारी किए गए रिजल्ट के अनुसार, इस साल परीक्षा में 78.04 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं. इस साल 13.40 लाख छात्रों ने एग्जाम दिया था और इनमें से कुल 10 लाख 45 हजार 950 स्टूडेंट्स पास हुए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)