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बिहार में बंट रही ‘चुनावी वैक्सीन’, BJP का आपदा में अवसर?

सवाल ये है कि देश के बाकी राज्यों के लिए मुफ्त वैक्सीन का वादा क्यों नहीं किया गया?

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वीडियो एडिटर- प्रशांत

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दुनियाभर के नेता लोग वोटर को कोरोना वायरस (Coronavirus) से राहत तो नहीं दे पाए लेकिन चुनावी वैक्सीन की घुट्टी जरूर पिला रहे हैं. बिहार चुनाव (Bihar Election 2020) में बीजेपी ने कोरोना की बैंड बजाने सॉरी जीत का बैंड बजाने के लिए बिहार के हर निवासी को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने का वादा कर दिया है. अभी टीका आया नहीं, और इसे चुनावी वादे में टिका देंगे तो हम पूछेंगे जरूर जनाब ऐसे कैसे?

आपदा में अवसर को बदलना कोई बीजेपी से सीखे. जहां देश में कोरोना से करीब सवा लाख लोगों की मौत हो चुकी है, जहां इस वक्त बेसब्री से लोगों को कोरोना के वैक्सीन का इंतजार है तो वहीं बीजेपी इसके नाम पर वोट मांग रही है. यहां तक की बकायदा चुनावी वायदे किए जा रहे हैं.

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का संकल्प जारी किया. मेनिफेस्टो में कहा गया है,

“कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बिहार की एनडीए सरकार ने देश के सामने मिसाल रखी है. बीजेपी का संकल्प है कि जैसे ही कोरोना वायरस की वैक्सीन आईसीएमआर द्वारा स्वीकृति के बाद उपलब्ध होगी, हम बिहार वासियों का निशुल्क टीकाकरण करवाएंगे.”

अब सवाल ये है कि देश के बाकी राज्यों के लिए मुफ्त वैक्सीन का वादा क्यों नहीं किया गया? सवाल ये भी है कि क्या अगर बिहार में चुनाव नहीं हो तो यहां के लोगों को फ्री में वैक्सीन नहीं दिया जाएगा? या हम मान लें कि चूंकि बिहार में ऐलान हो गया है और देश का हर नागरिक एक समान है तो बाकी राज्यों में भी मुफ्त टीका मिलेगा. अगर ऐसा है तो अब तक ऐलान क्यों नहीं किया गया?

विडंबना देखिए कि हम कहते रह गए कि हमने कोरोना कंट्रोल में अच्छा काम किया और ये कहते-कहते दुनिया के दूसरे सबसे संक्रमित देश बन गए. अब उसी बदइंतजामी से पीड़ित जनता को वैक्सीन की घुट्टी पिलाई जा रही है. वो भी हवा हवाई, जबकि कोरोना वैक्सीन कोई चुनावा वादा नहीं बल्कि हर नागरिक को स्वत: मिलना चाहिए. कहा जा रहा है कि वैक्सीन आम आदमी तक पहुंचे इसकी पूरी तैयारी है, क्या तैयारी है,कैसी तैयारी है इसकी डिटेलिंग नहीं मालूम.

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इन सबके बीच एक सवाल और छिपा रह गया है. मेनिफेस्टो की जिस लाइन में फ्री वैक्सीन की बात कही गई है उसमें बीजेपी दावा कर रही है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बिहार की एनडीए सरकार ने देश के सामने मिसाल रखी है, मतलब अस्पतालों में बेड नहीं, ऑक्सीजन नहीं, वेंटिलेटर की कमी की वजह से बेतिया के बीजेपी नगर अध्यक्ष कन्हैया गुप्ता की कोरोना से मौत हो गई, वहां कौन सा मिसाल पेश किया गया है?

12 करोड़ की आबादी वाले बिहार में 1200 वेंटिलेटर नहीं है वहां कौन सा कीर्तिमान बनाया गया है. बिहार सरकार के गृह विभाग के पूर्व अंडर सेक्रेट्री उमेश रजक अस्पताल के बाहर घंटो इंतजार करते-करते दिवंगत हो जाते हैं, वहां किस अच्छे काम को याद कराया जा रहा है. सरकारी आंकड़ों की मानें तो बिहार में हर एक सरकारी अस्पताल पर करीब 90000 लोग निर्भर हैं जबकि इसका राष्ट्रीय औसत 50355 व्यक्ति है. WHO के मुताबिक 1000 लोगों की आबादी पर कम से कम एक डॉक्टर होना चाहिए लेकिन बिहार में करीब 43000 लोगों पर एक डॉक्टर है.

ट्रंप का हवा-हवाई दावा

हवा हवाई चुनावी वादों की महामारी दुनिया भर फैली है. अब बीजेपी की ही तरह अमेरीका वाले डोनाल्ड ट्रंप भी कोरोना के वैक्सीन का लॉलीपॉप दे रहे हैं. कह रहे हैं वैक्सीन तैयार है, इसे लोगों तक पहुंचाया जाएगा. लेकिन सच ये है कि न ही अमेरिका न ही दुनिया के किसी देश ने अबतक कोरोना का वैक्सीन बनाया है.

ऐसे में ये वादे वैसे ही हैं जैसे प्रेमी-प्रेमिका पटाने के लिए कहते हैं शोना बाबू हम तुम्हारे लिए चांद-तारे तोड़ लाएंगे. हालांकि अब प्यार में भी ऐसी जुमलेबाजी काम नहीं आती है. अब सवाल ये कि मान लीजिए वैक्सीन आ गया तो फिर 'गैर-बीजेपी शासित राज्यों का क्या होगा? क्या जिन भारतीयों ने बीजेपी को वोट नहीं किया, उन्हें फ्री में कोविड वैक्सीन नहीं मिलेगी? बिहार की जनता चुनावी वैक्सीन और कड़वी गोली की आदी हो चुकी है इसलिए पूछ रही है, जनाब ऐसे कैसे?

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