ADVERTISEMENTREMOVE AD

चुनाव ट्रैकर 11: वोटर है सहमत, किसी को नहीं बहुमत

चुनावी खबरों का सटीक एनालिसिस संजय पुगलिया के साथ

छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

चुनाव ट्रैकर के ग्यारहवें एपिसोड में हम आपके सामने हैं, तो तैयार हो जाइए आज के चुनावी डोज के लिए.

क्या हम गठबंधन दौर में वापस जा रहे हैं?

पांचवें फेज में सात राज्यों में 51 सीटों के लिए वोटिंग हुई . इस फेज में राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और स्मृति ईरानी सहित 674 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला होना है.

लेकिन अभी तक की वोटिंग में चीजें साफ नहीं हो पाई हैं. क्या हम गठबंधन दौर में वापस जा रहे हैं? क्या किसी को बहुमत नहीं मिलेगा? इस चुनाव में ऐसा नहीं है कि वोटर के दिमाग में कोई कंफ्यूजन है. वोटर क्लियर है. ये वोटर का निर्णायक फैसला हो सकता है कि हमें गठबंधन की ही सरकार चाहिए. क्योंकि शायद एक पार्टी के बहुमत का उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा. देश शायद गठजोड़ युग में वापस जा रहा है. इसका मतलब ये भी निकाला जा सकता है कि इस बार संसद में आप मजबूत विपक्ष को देख पाएंगे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने ब्लूमबर्ग के साथ इंटरव्यू में कहा है कि इस लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत के आंकड़े से पीछे रह सकती है. राम माधव ने कहा, ''अगर हमें अपने दम पर 271 सीटें मिल जाती हैं तो हम काफी खुश होंगे.'' हालांकि उन्होंने कहा कि एनडीए को आराम से पूर्ण बहुमत मिल जाएगा.

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा दौरे में नवीन पटनायक की काफी तारीफ की. मोदी ने कहा कि आपने फानी तूफान के दौरान बहुत अच्छा मैनेजमेंट किया. तो सवाल है कि कहीं मोदी अपने लिए चुनाव बाद गठबंधन के नए साथी तो नहीं तलाश रहे?

मोदी ने ममता बनर्जी की शिकायत भी की. मोदी ने ममता की शिकायत करते हुए कहा, दो बार फोन किया लेकिन देखिए दीदी कितनी अहंकारी हैं कि उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया. वहीं इसका जवाब देते हुए ममता ने कहा कि वो एक एक्सपायरी पीएम हैं, मैं उनका फोन क्यों उठाऊं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×