साल 2015 में म्यूजिकल रियलिटी टीवी शो इंडियन आइडल जूनियर की फर्स्ट रनरअप रहीं नाहिद आफरीन के खिलाफ मौलवियों ने मोर्चा खोल दिया है.
उनके खिलाफ फतवा जारी किया गया है. हैरानी की बात है कि फतवों की संख्या एक-दो नहीं बल्कि 45 है. ये फतवा कब्रिस्तान और मस्जिद के नजदीक सिंगिंग प्रोग्राम आयोजित किए जाने के विरोध में जारी किया गया है.
असम की रहने वाली 16 साल की नाहिद दसवीं क्लास में पढ़ रही हैं. मस्जिद और एक कब्रिस्तान के आसपास एक परफाॅर्मेंस प्रोग्राम रखे जाने के खिलाफ मौलवियों ने फतवा जारी कर पब्लिक में गाने पर रोक लगा दी है.
फतवे में कहा गया है कि अगर मस्जिद, ईदगाह, मदरसा या कब्रिस्तान के आसपास के इलाके में म्यूजिकल नाइट जैसे शरिया विरोधी काम किए जाएंगे तो हमारी आने वाली पीढ़ियों को अल्लाह का क्रोध सहना पड़ेगा.
पुलिस ने कहा कि मामले की नजाकत को देखते हुए नाहिद और उनके परिवार को सिक्योरिटी दी जाएगी.
मैं काफी चौंक गई थी और अंदर से टूट गई, लेकिन कई मुस्लिम सिंगर्स ने मुझे प्रेरणा दी. मैं धमकियों से डरकर अपना संगीत नहीं छोड़ूंगी.
नाहिद का एक परफाॅर्मेंस-
हालांकि, 16 साल की आफरीन ने मौलवियों के फतवे पर शालीनता से जवाब दिया है कि उनकी आवाज गाॅड गिफ्ट है, जिसका सही इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
अभी हाल ही जी चैनल के एक सिंगिंग रियलिटी शो में कंटेस्टेंट सुहाना सैय्यद को भी सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया गया. उसे गालियां सुननी पड़ी क्योंकि उसने मुस्लिम होकर हिंदू देवी-देवताओं के लिए भजन गा दिए थे.
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