"योगी सरकार का सवा करोड़ नौकरी का दावा एक भद्दा मजाक है, कोई भी भर्ती बिना भ्रष्टाचार के नहीं हुई है, 50-60 लाख रुपए लेकर एसडीएम और सीओ बनाए जाते हैं, 10 लाख से ज्यादा वेकेंसी अटकी पड़ी है, ऐसे में नौकरी का दावा करना उस प्रदेश के मुख्यमंत्री के मुंह से शोभा नहीं देती हैं."
ये सब कहना है उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का. उत्तर प्रदेश की सियासी जमीन पर कांग्रेस कहां है? जमीनी राजनीति से कांग्रेस क्यों दूर नजर आती है? प्रियंका गांधी के हाथ में कमान के बाद यूपी कांग्रेस ने क्या हासिल किया? ऐसे ही तीखे सवालों को लेकर अजय कुमार लल्लू से क्विंट की खास बातचीत हुई.
कांग्रेस के सत्ता से बाहर रहने के सवाल पर अजय कुमार लल्लू ने कहा,
“कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 30 साल से इसलिए बाहर है क्योंकि अब तक जाति और धर्म की राजनीति हावी रही है, लेकिन अब लोगों को ये महसूस हो रहा है कि कांग्रेस नए सिरे से परिवर्तन कर सकती है. कांग्रेस भी सड़क से लेकर हर जगह संघर्ष कर रही है.”
बता दें कि प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार को बस मुहैया कराने की बात कही थी. लेकिन यूपी सरकार ने कांग्रेस की दी हुई बस में कमियां बताकर उसे खारिज कर दिया. जिसके बाद 20 मई को आगरा में अवैध रूप से धरना प्रदर्शन करने के आरेाप में अजय कुमार लल्लू को गिरफ्तार किया गया था. उनके ऊपर आरोप था कि प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिये मंगाई गई बसों के कागजों में फर्जीवाड़ा किया गया है. करीब एक महीने तक अजय कुमार को जेल में रहना पड़ा.
जब हमने अजय कुमार लल्लू से 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का जनता के साथ गठबंधन हो रहा है, जब सभी बड़ी विपक्षी पार्टियां सरकार के प्रवक्ता के रूप में काम कर रही हैं, तब कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में सड़क से लेकर हर जगह लड़ रही है, और आने वाले दिनों में वापसी भी करेगी.
प्रियंका गांधी के हाथ में कमान के बाद यूपी कांग्रेस ने क्या हासिल किया?
इस सवाल के जवाब में लल्लू ने कहा, ब्लॉक लेवल से लेकर बूथ लेवल पर टीम बनाई गई है, हर जगह हम लोगों के बीच में हैं. प्रियंका गांधी के आने के बाद टीम में उत्साह है और किसी भी मुद्दे पर कांग्रेस पीछे नहीं हट रही है, चाहे पत्रकारों पर एफआईआर का मामला हो, बिजेपी विधायक सेंगर का मामला हो, शिक्षक भर्ती का मामला हो."
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