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आगरा: बीजेपी के चुनावी नतीजों पर पड़ सकती है नोटबंदी-GST की मार

GST, नोटबंदी की मार झेल रहा आगरा का व्यापार, टूरिज्म इंडस्ट्री 

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वीडियो एडिटर: मो. इब्राहिम

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उत्तरप्रदेश का शहर आगरा ताजमहल के लिए मशहूर है. इसके अलावा ये शहर चमड़े और इससे तैयार फुटवियर और दूसरे लेदर प्रोडक्ट के लिए दुनिया भर में जाना जाता है.

लोकसभा चुनावों के मद्देनजर, क्विंट की चुनावी यात्रा पहुंची है इसी ताज नगरी आगरा में. यहां 18 अप्रैल को मतदान होने हैं. ऐसे में हमने जाना कि टूरिज्म और लेदर इंडस्ट्री के लिए मशहूर इस शहर के कारोबारियों की क्या है नोटबंदी और GST पर राय? चुनाव 2019 में कारोबारी किन मुद्दों को ध्यान में रखकर करेंगे वोट की चोट?

चुनावी चर्चा के दौरान यहां के कारोबारियों ने बताया कि आगरा में विकास के वादे तो धुंधले पड़ ही गए, साथ ही साथ यहां की टूरिज्म इंडस्ट्री और लेदर इंडस्ट्री की तरफ भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया. जीएसटी, नोटबंदी की मार से ये इंडस्ट्री अबतक बेहाल है.

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लेदर इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों के सामने सबसे बड़ी किल्लत मजदूरों की है. जूता फैक्ट्री के मालिक शारिक अनीस का कहना है कि जीएसटी, नोटबंदी के बाद आई मंदी की वजह से कामगारों को काम नहीं मिला और वो कहीं और रोजगार ढूंढ़ने में लग गए. चमड़ा उद्योग से बड़ी संख्या में दलित और मुस्लिम कामगार जुड़े थे.

वहीं टूरिज्म का हाल बताते हुए संदीप कहते हैं,

सरकार का ध्यान अब सिर्फ काशी, मथुरा और अयोध्या पर है. पर्यटन मंत्री ने यहां के ऐतिहासिक स्मारकों के टिकट के दाम घटाने का वादा किया गया था लेकिन उसके उलट दाम बढ़ गए हैं. इसका असर टूरिज्म पर पड़ा रहा है.
संदीप, प्रेसिडेंट, आगरा टूरिज्म डेवलपमेंट फाउंडेशन

वीडियो में देखिए शहर के कारोबारियों के साथ क्विंट की चुनावी चौपाल.

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