एक बटा दो प्यार का बंधन है और कई सालों से पुरानी दिल्ली में है. ये कहना है निजामुद्दीन का जिन्हें सरदार साहब के नाम से भी जाना जाता है. इनका घर पुरानी दिल्ली में है. लेकिन सिर्फ सरदार साहब ही नहीं चितली कब्र में मौजूद लगभग सभी का ये मानना है कि एक बटा दो उन्हें जोड़ने का काम करता है.
लेकिन आखिर ये एक बटा दो है क्या ?
तो आपको बता दें कि एक बटा दो पुरानी दिल्ली में चाय बनाने की युनिक और ट्रेडिशनल जगह है जहां एक ग्लास को कप के अंदर फसाया जाता है जिससे दो लोग वो चाय शेयर कर सकें. ये टी स्टाल दिल्ली के चितली कब्र का सबसे पुराना टी स्टाल है. ये परंपरा कब और कैसे शुरू हुई इस बात का तो पता नहीं चला लेकिन मालो चाय के मालिक मुहम्मद यमीन आज भी अपने पूर्वजों की परंपरा का कायम रखे हैं.
कैमरा/एडिटर- विवेस दास
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