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पंजाब: अकाली के गढ़ बठिंडा को हिला सकती है सिखों की नाराजगी

साल 2015 में सिखों के धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामले को लेकर सिखों में नाराजगी

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वीडियो एडिटर: पूर्णेन्दू प्रीतम

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पंजाब की 13 सीटों पर आखिरी चरण में 19 मई को मतदान होना है.

क्विंट की टीम चुनावी कवरेज के लिए पहुंची बठिंडा. बठिंडा लोकसभा सीट पर पिछले 3 चुनावों से शिरोमणि अकाली दल का कब्जा रहा है. 2 बार से सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर यहां से सांसद हैं. वे इस बार भी मैदान में हैं.

कांग्रेस ने यहां अमरिंदर सिंह राजा और आप ने प्रोफेसर बलजिंदर कौर को टिकट दिया है. यहां पंजाब एकता पार्टी ने सुखपाल सिंह खैरा को उतारा है.

बठिंडा के लोगों का कहना है कि इन चुनावों में ‘बेअदबी ‘ का मुद्दा हावी है. सिखों में बादल सरकार के खिलाफ नाराजगी है.

क्या है बेअदबी का मुद्दा?

1 जून 2015 को फरीदकोट के गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब से किसी अज्ञात ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूप चोरी कर लिए. 12 अक्टूबर 2015 की सुबह करीब चार बजे गुरुद्वारा साहिब के बाहर पवित्र स्वरूपों के अंग बिखरे देखे गए. विरोध-प्रदर्शनों के बीच 14 अक्टूबर की सुबह तक कोटकपुरा चौक में करीब चालीस हजार लोगों की सिख संगत जुटी. इस दौरान पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की सरकार थी. प्रदर्शनों के इसी दौर के बीच फायरिंग में 2 युवकों की मौत हो गई थी.

उस समय इनकी ही(हरसिमरत कौर) सरकार थी. इन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. विरोध करने गए दो लड़के शहीद हो गए और सबसे मूर्खतापूर्ण जवाब की फायरिंग करने वाले पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी नहीं.
परमजीत सिंह खालसा

बेअदबी के मुद्दे को लेकर चल रही सरकार विरोधी लहर के बीच क्या आप या कांग्रेस सेंध लगा पाने में कामयाब हो पाएगी? देखिए पूरी ग्राउंड रिपोर्ट.

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