मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की रईसा अंसारी फल बेचने का काम करती हैं लेकिन खास बात ये है कि ये Ph.D डिग्री होल्डर होल्डर हैं. नगर निगम ने जब कोरोना नियमों के लेकर फल बेचने वालों पर जब सख्ती दिखाई तो इन्होंने उनकी मुखालफत में अंग्रेजी में विरोध करना शुरू कर दिया. वहां खड़े सारे लोग हैरान हो गए.
इसके बाद प्रशासन के खिलाफ इंग्लिश बोलते हुए वीडियो वायरल हो गया. फर्राटेदार अंग्रेजी में वो अपना और अपने फल बेचने वाले साथियों का दर्द बताती हैं. वो बताती है कि यहां कई लोग फल बेचते हैं. अगर वो ये काम नहीं करेंगे तो इनका घर कैसे चलेगा. इनके बच्चे क्या खाएंगे.
इंदौर नगर निगम की सख्ती से परेशान फलवाले
इंदौर में कई दिनों से नगर निगम की सख्ती की वजह से परेशान सब्जी-फल बेचने वाले थे. रईसा से पूछा गया कि उनको नौकरी नहीं मिलती क्या. इस पर उनका कहना है कि 'हर कोई कहता है कि मुसलमान कोरोना फैला रहा है. इसलिए उन्हें धार्मिक भेदभाव की वजह से नहीं मिल रही नौकरी. मेरा नाम रईसा अंसारी इसलिए कोई संस्थान मुझे नौकरी नहीं देता'.
नगर निगम की अपनी दलीलें
इंदौर नगर निगम के जोनल अफसर अश्विन जनवदे का कहना है कि जितने भी हाथ ठेला वाले हैं उनको चलायमान करने के आदेश जारी हुए हैं. 2 दिन को सभी को समझाया कि यहां खड़े नहीं होंगे. इसके पहले भी हम इनको समझा कर गए कि यहां खड़े मत हो. लेकिन ये मान नहीं रहे हैं.
वीडियो वायरल होने के बाद थोड़ी राहत
रईसा का कहना है कि कि ये वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने थोड़ी बरती है और उन्होंने क्विंट से बातचीत में सबका शुक्रिया अदा किया. उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद कई सारे लोग, प्रशासन, फल बेचने वाले साथी, मीडिया साथ आए हैं. उन्होंने बताया अगर सब साथ नहीं आते तो इतनी जल्दी बदलाव नहीं आता.
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