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दलितों को सवर्ण फ्रस्ट्रेशन में मार रहे-चंद्रभान प्रसाद

दलित विचारक और लेखक चंद्रभान प्रसाद ने क्विंट के साथ की बातचीत

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वीडियो एडिटर: विवेक गुप्ता

दलित विचारक और लेखक चंद्रभान प्रसाद ने हाथरस केस और बाकी मुद्दों पर क्विंट से बातचीत की है. हाथरस केस पर उनका कहना है, ''हाथरस की दलित लड़की एक शहीद है. जाति व्यवस्था और लोकतंत्र के चल रहे युद्ध में वो एक शहीद है.''

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देश में जातिवाद को लेकर चंद्रभान कहते हैं, ''अपर कास्ट ने अपनी क्रिमनैलिटी को अपनी ब्रेवरी के रूप में हजारों सालों से समाज में पेश किया है. 1947 के आसपास, उत्तर भारत में, खास तौर से ईस्टर्न उत्तर प्रदेश में, हर दलित परिवार का कोई न कोई सवर्ण मालिक होता था गांव में. (बाद में) सवर्णों के उस मालिकाना हक से दलित बाहर आ गए.''

‘’ये जो सवर्ण समाज है, ये सब लोग सोच रहे हैं कि (अब) हमारा राज आ गया तो हमारी व्यवस्था क्यों नहीं वापस आ रही है. इसी वजह से अपर कास्ट ने अपना दिमागी संतुलन खो दिया है.’’
चंद्रभान प्रसाद, दलित विचारक और लेखक

दलितों के खिलाफ अपराध पर मीडिया और अदालतों के रुख को लेकर उन्होंने कहा, ''पहले मीडिया कम से कम निष्पक्ष होने का नाटक करती थी, पहले जज भी कम से कम खुद को निष्पक्ष दिखाते थे. अब इनमें यह सिद्ध करने की होड़ लगी हुई है कि वे अपराधियों के साथ हैं.''

बातचीत के दौरान चंद्रभान ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा, ''साल 2014 में बीजेपी की जीत धर्म पर आधारित थी. सवर्ण इस योजना में सबसे आगे थे. 5 साल तक अपर कास्ट सोचती रहीं कि चीजें बदलेंगी, हम वापस (पुरानी जातिवादी व्यवस्था) की ओर जाएंगे, वो नहीं हुआ. अब उन्हें लगता है कि ये तो होगा ही नहीं कभी.''

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