Uttar Pradesh में चुनावी सरगर्मी जोरों पर है, Congress ने VVIP Noida से Pankhuri Pathak को टिकट देकर उनके कंधो पर एक बड़ी जिम्मेदारी दे दी है. प्रचार के दौरान क्विंट ने पंखुड़ी से उनके मुद्दे और चुनाव में उनकी चुनौती को लेकर सवाल किये, जिनका पंखुड़ी पाठक ने बेबाकी से जवाब दिया.
बीजेपी के चुनावी दबदबे वाले इलाके से कैसे जीतेंगी चुनाव?
पंखुड़ी ने कहा कि बीजेपी वाले कहते हैं कि अगर हम यहां से एक लड़की को भी खड़ा कर दें तो वो भी जीत जाएगी. पाठक ने कहा कि सबको पता होना चाहिए की भारत लोकतांत्रिक देश है, यहां अहंकार नहीं चलता. लोकतंत्र में कोई भी किसी को बंधुआ नहीं बना सकता. बीजेपी को सलाह देते हुए पंखुड़ी ने कहा कि भाजपा को ये गलतफहमी नहीं होने चाहिए कि कोई किसी का बंधुआ मजदूर है अगर वो पांच साल नहीं रहेगी तो किसी का कुछ नहीं बिगड़ेगा.
राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह का सामना कैसे करेंगी आप?
एक राजा के बेटे के सामने आम आदमी की बेटी को जो लड़ाया जा रहा है वो बड़ा ही मजेदार होगा.
डीयू से कानून में स्नातक करने के बाद छात्र राजनीति से सीधे विधानसभा चुनाव के लिए कैसी है तैयारी?
प्रियंका गांधी को धन्यवाद देते हुए पंखुड़ी बोलीं कि मैं इलाके के सभी मुद्दों और आंदोलन से जुड़ी हुई हूं, अब तक सड़कों पर जिन मुद्दों के लिए लड़ रही थी उन मुद्दों को अब विधानसभा तक ले जाने का मौका मिला है जिसमें मैं खरी उतरने का प्रयास करूंगी.
सोशल मीडिया और जमीनी राजनीति के बीच कैसे सामंजस्य बिठा पायेंगी आप?
मेरे लिए कोई मुश्किल नहीं है क्योंकि मैंने सोशल मीडिया पर उन्हीं मुद्दों को उठाया है जो जमीनी राजनीति से जुड़े हैं, बहुत कम लोगों को पता होगा की नोएडा जैसे VVIP इलाके में एक जगह ऐसी है जहां अब तक बिजली-पानी नहीं है. हमने विधायक पंकज सिंह को मजबूर किया कि वो यहां के लोगों के लिए काम करें, बिजली-पानी दें, जिस पर उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वो काम करेंगे, लेकिन आज तक बिजली-पानी नहीं आई.
आपने पंकज सिंह के ख़िलाफ़ लड़ने की क्या रणनीति बनाई है?
मैं कोई हवा हवाई प्रत्याशी नहीं हूं, यहां की निवासी हूं इस इलाके से जुड़ी हुई हूं. पंकज जी इस इलाके के लिए बाहरी हैं, वो इस इलाके को ठीक से जानते नहीं हैं, परंतु मैं यहाँ की समस्या को जानती हूं, मेरे पति ने किसानों का साथ देते हुए 10 दिन जेल में बिताए हैं, मेरे लिए यहाँ से चुनाव लड़ना एक सुनहरा मौका है.
कांग्रेस की अंदरूनी कलह से कैसे निपटेंगी आप?
मुझसे पहले जो प्रत्याशी यहाँ से लड़े हैं उनका सबका मुझे साथ मिल रहा है, हमारे बीच कोई नाराज़गी नहीं है. जो हमारे बुजुर्ग हैं उनका आशीर्वाद लगातार मुझे मिल रहा है.
क्या कांग्रेस की नजर ब्राह्मण और यादव वोटरों पर है?
हम पढ़े-लिखे लोग हैं हमें जाति के आधार पर राजनीति नहीं करनी, अगर आप जाति की बात कर रहे हैं तो उस आधार पर तो बात मेरे पक्ष में हो जाती है. हमें राजनीति में जातिवाद नहीं बल्कि सुधार करना है.
आपके नोएडा के लिए ज़रूरी मुद्दे क्या हैं?
हमारा सबसे बड़ा मुद्दा जमीन पर मालिकाना हक का है, फ्लैट और जमीन की रजिस्ट्री का मुद्दा है. दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा मूलभूत सुविधाओं का है, जो हमारे यहां पुश्ता पार का इलाका है जिसे डूब इलाक़ा कहा जाता है वहां आज भी बिजली पानी की सुविधा नहीं है उसके लिए काम करना है तीसरा यहां के स्कूल-कॉलेज, महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए काम करना है.
आपने समाजवादी पार्टी को क्यों छोड़ा?
सपा पार्टी जातिवाद की पार्टी है, उनकी महिलाओं के प्रति सोच खराब है इसलिए मैंने सपा को छोड़ दिया, मैं कांग्रेस पार्टी में आकर बहुत खुश हूं यहां जाति के आधार पर राजनीति नहीं होती और महिलाओं को सम्मान दिया जाता है, प्रियंका जी महिलाओं के प्रति एक अलग सोच रखती हैं.
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