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VIDEO: शांगरी-ला में पीएम मोदी ने कही ये 8 बड़ी बातें

पीएम मोदी ने शांगरी-ला डायलॉग के दौरान ऐतिहासिक भाषण  दिया

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पीएम नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर के शांगरी-ला डायलॉग के दौरान ऐतिहासिक भाषण देकर वहां मौजूद लोगों का दिल जीत लिया. उन्‍होंने कहा कि हजारों साल से भारतीय पूरब की ओर सिर्फ सूरज देखने के लिए नहीं घूमते हैं, बल्कि दुनियाभर में इसकी रोशनी फैले, इसकी भी प्रार्थना करते हैं.

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'सिंगापुर आसियान के लिए हमारा स्प्रिंगबोर्ड'

सिंगापुर आसियान को लेकर पीएम मोदी ने कहा:

सिंगापुर आसियान के लिए हमारा स्प्रिंगबोर्ड है. ये सदियों से भारत के लिए पूरब का एक प्रवेश द्वार रहा है. आसियान एशिया से परे भारत-प्रशांत क्षेत्र को साथ ला सकता है. आसियान सांस्कृतिक विविधता, धर्म, भाषा, शासन और समृद्धि के ऊंचे स्तर का प्रतिनिधित्व करता है. मुझे विश्वास है कि आसियान व्यापक क्षेत्रों को एकीकृत कर सकता है. कई मायने में आसियान पहले से ही इस प्रक्रिया का नेतृत्व करने में जुटा है.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

'आसियान मतलब एक स्वतंत्र, मुक्त और समावेशी क्षेत्र'

शांगरी-ला डायलॉग के भाषण में पीएम मोदी ने कहा:

आसियान एक स्वतंत्र, मुक्त और समावेशी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है, जो प्रगति और समृद्धि के लिए हम सबको एक जैसा अपनाता है. 
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

‘ग्लोबल ऑडर में आ रहा बदलाव’

ग्लोबल ऑर्डर पर पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक शक्ति बदल रही है. अर्थव्यवस्था में बदलाव आ रहा है. ग्लोबल ऑर्डर की नींव हिल रही है और भविष्य कम निश्चित दिखता है.  
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

'भारत-चीन सहयोग बढ़ रहा है'

किसी भी और देश के साथ भारत का ऐसा संबंध नहीं है, जैसा चीन के साथ. हम दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी और सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं वाले देश हैं. भारत-चीन के बीच सहयोग बढ़ रहा है. सीमा पर शांति को लेकर हमने परिपक्वता दिखाई है.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

'पावर से नहीं, सहमति से चलेगी नई विश्व व्यवस्था'

नई व्यवस्था को आकार और ताकत की जगह संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सभी देशों की समानता में विश्वास करना चाहिए. ये नियम और मानदंड कुछ की शक्ति पर नहीं बल्कि सभी की सहमति पर आधारित होनी चाहिए. ये विश्वास और बातचीत पर आधारित होनी चाहिए और बल पर निर्भर नहीं होना चाहिए. इसका मतलब है कि जब राष्ट्र किसी चीज को लेकर प्रतिबद्ध हों, तो वो उसे बनाए रखें.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

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