रविवार को इलाहाबाद के संगम में नहाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मचारियों का सम्मान किया. यह सम्मान 'स्वच्छ कुंभ स्वच्छ आभार' नाम की मुहिम के तहत किया गया. इसमें कुंभ के दौरान मेले को स्वच्छ बनाया जाना है. बता दें कुंभ को साफ रखना एक बड़ी चुनौती मानी जाती रही है.
लेकिन इस सम्मान समारोह में चर्चा का विषय प्रधानमंत्री का सफाई कर्मचारियों के सम्मान करने का तरीका बना. उन्होंने खुद अपने हाथों से सभी कर्मचारियों के पैरों को धोया.
बता दें कुंभ मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने आते हैं. इस दौरान साफ-सफाई बनाए रखना चुनौती भरा काम हो जाता है.
सफाई के लिए चलाई जा रही बड़ी मुहिम पर प्रधानमंत्री ने कहा, ' करीब 20 हजार डस्टबिन रखे गए हैं, एक लाख टॉयलेट बनाए गए हैं. यह समझना मुश्किल है कि सफाई कर्मचारियों को कितना काम करना पड़ता होगा.'
पीएम ने सफाई कर्मचारियों को कर्मयोगी बताया. उन्होंने कहा, ‘ये सफाई कर्मचारी मेरे भाई और बहन हैं, जो जल्दी उठते हैं, रात में देर से सोते हैं, ये सब ये इलाके की सफाई करने के लिए करते हैं.’
प्रधानमंत्री मोदी आज उत्तरप्रदेश में दो जगह पहुंचे. प्रयागराज के पहले वे गोरखपुर गए थे. वहां उन्होंने किसानों के लिए मेगा कैश ट्रांसफर स्कीम की शुरुआत की. बता दें गोरखपुर देश के सबसे गरीब किसानों वाले इलाके में से एक है.
गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांसद हुआ करते थे. यह बीजेपी का गढ़ माना जाता था. लेकिन उपचुनाव में बीएसपी और एसपी समर्थित कैंडिडेट ने बीजेपी के कैंडिडेट को हरा दिया था. प्रधानमंत्री मोदी की इस गोरखपुर यात्रा को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में वापसी की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है.
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