सुप्रीम कोर्ट ने एक अवमानना मामले में वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण पर 1 रुपये का जुर्माना लगाया है. इस मामले में भूषण को उनके दो ट्वीट को लेकर न्यायालय की अवमानना का दोषी ठहराया गया था.
भूषण पर जो जुर्माना लगाया गया है, उसे उन्हें 15 सितंबर तक जमा करना होगा. अगर वह ऐसा नहीं करते तो उन्हें 3 महीने की जेल होगी और 3 साल के लिए प्रैक्टिस करने से रोक दिया जाएगा.
31 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भूषण ने ट्वीट कर कहा, ''मेरे वकील और वरिष्ठ सहयोगी राजीव धवन ने अवमानना फैसले के तुरंत बाद 1 रुपये का योगदान दिया, जिसे मैंने कृतज्ञतापूर्वक स्वीकार कर लिया.''
इस मामले को लेकर प्रशांत भूषण ने कहा है कि वो जुर्माना भरने के लिए तो तैयार हैं, लेकिन उनके पास अभी भी रिव्यू पिटीशन दायर करने का अधिकार बाकी है.
प्रशांत भूषण ने फैसले के बाद मीडिया के सामने आकर अपने उन ट्वीट्स का जिक्र किया, जिनके लिए उन्हें दोषी करार दिया गया था. उन्होंने कहा,
“मेरे ट्वीट सुप्रीम कोर्ट का अनादर करने के लिए नहीं थे, लेकिन ये मेरी उस पीड़ा को व्यक्त करने के लिए थे जो मैं महसूस कर रहा था. ये अभिव्यक्ति की आजादी के लिए एक ऐतिहासिक पल है. ऐसा लगता है कि इसने कई लोगों को अन्याय के खिलाफ बोलने के लिए प्रेरित किया है.”प्रशांत भूषण
सुप्रीम कोर्ट के सजा सुनाने के बाद लोग प्रशांत भूषण को बधाइयां देने लगे. अपने स्टैंड पर मजबूती से खड़े रहने के लिए लोगों ने उनकी तारीख की.
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