प्रयागराज पुलिस और एसओजी टीम ने नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह के 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, पुलिस गिरफ्त में पकड़े आरोपियों के पास से 18 पाउच प्लाज्मा, 3 पाउच संदिग्ध प्लैटलेटस,1 लाख 2 हजार रूपए नकद, 3 दो पहिया वाहन समेत 13 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं.
प्रयागराज (Prayagraj) में डेंगू के मरीज बढ़ने के बाद प्लेटलेट की कालाबाजारी चल रही है, डेंगू मरीजों को प्लेटलेट्स के नाम पर मौसमी के जूस दिए जा रहे हैं. आरोप है कि ग्लोबल अस्पताल में हुए एक मरीज को प्लेटलेट्स की जगह पर मौसमी का जूस चढ़ाया गया था और उसकी रेफर होने के बाद मौत हो गयी.
पुलिस ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया. आरोपी प्रयागराज के ही रहने वाले हैं, जो डेंगू बीमारी से जूझ रहे मरीजों के रिश्तेदारों की परेशानी को देखकर प्लेटलेट्स न मिल पाने पर मनमाने तरीके से प्लेटलेट्स बेचने का काम सरकारी हास्पिटलों में करते थे. कोतवाली पुलिस को मिली मुखबिर की सूचना पर 10 नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले आरोपियों को नकली प्लेटलेट्स बेचते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस से आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि निर्धारित शुल्क पर ब्लड बैंक से प्लाज्मा खरीदकर जिसमें करीब 350 मिली लीटर प्लाज्मा रहता है, जिसको खाली पाउच में और नकली रैपर में मिलाकर 50 -50 मिली लीटर प्लाज्मा पाउच में रखकर प्लेटलेट्स के रूप में 3 हजार रुपए से लेकर 5 हजार रुपए तक में मरीजों के तीमारदारों को बेच दिया करते थे.
प्लेटलेट्स के लिए परेशान मरीजों को घरवाले असली के चक्कर में नकली प्लेटलेट्स और प्लाज्मा खरीद लेते थे, एक आरोपी सरफराज ग्लोबल लैब में काम करता था, जो लैब की जानकारी होने का फायदा उठाकर प्लाज्मा से तैयार प्लेटलेट्स बनाकर सहयोग करता था.
खून का काला कारोबार करने वाले गिरोह का कारोबार डेंगू बीमारी में तेज गति से फल-फूल रहा था.
इनपुट- सुधीर शुक्ला
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