उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नागरिकों को पल भर में पुलिस, मेडिकल और अग्निशमन जैसी जरूरी सेवाओं की मदद उपलब्ध कराने के लिए संचालित डायल 112 की सेवा सोमवार, 6 नवंबर से अचानक बाधित हो गई.
इमरजेंसी नंबर यूपी की 'डायल 112' में तैनात करीब छह सौ कॉल टेकर्स महिला कर्मचारियों ने सोमवार से ही वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर काम करना बंद कर दिया, जिसकी वजह से कई जिलों में सेवाएं बाधित भी हो गईं. इसके अलावा ये नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग को लेकर भी 112 के दफ्तर के सामने धरने पे बैठ गईं.
उन्होंने आशंका जताई कि कंपनी बदलने के कारण उन्हें काम से निकाला जा सकता है. उन्होंने मांग की कि नई कंपनी पहले से काम कर रहीं कर्मियों को नियुक्ति पत्र जारी करे.
देर रात तक पुलिस के आला अधिकारी महिला कर्मियों को समझाने की कोशिश करते रहे लेकिन बात नहीं बनी. इसके बाद पुलिस ने इन महिला कर्मियों को ईको गार्डन भेज दिया.
वेतन बढ़ौतरी के साथ नियुक्ति पत्र देने की भी मांग
लखनऊ में धरने पे बैठी महिला कर्मियों का कहना है कि टेक महिंद्रा कंपनी ने उनका चयन किया था. पिछले सप्ताह टेक महिंद्रा कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया जिसके बाद वी विन कंपनी को इसका टेंडर मिला है. आरोप है कि नई कंपनी अब उन्हें नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है. यही नहीं पहले की आउटसोर्स कंपनी से भी उन्हें अब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है और नई भर्ती शुरू कर दी गई है.
जानकारी के मुताबिक यूपी डायल 112 में महिलाकर्मी 11-12 हजार रुपये प्रतिमाह की सैलरी पर काम कर रही हैं. आरोप है कि अधिकारियों ने 18 हजार रुपये तक वेतन का वादा किया था, लेकिन अब तक उनकी सैलरी बढ़ाई नहीं गई है. सोमवार को जब महिला कर्मचारियों ने दफ्तर में धरना प्रदर्शन शुरू किया तो यहां की बिजली भी काट दी गई. आरोपों के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान शौचालय तक का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया.
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी पर साधा निशाना
अब इस मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महिलाकर्मियों के प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. अखिलेश यादव ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने लिखा कि 'ये है बीजेपी के ‘नारी वंदन’ का सच.'
अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि 'अपने वेतन को पाने और महंगाई के इस दौर में थोड़ा बढ़ाने के लिए प्रदेश की वो बहन-बेटियां धरने पर बैठी हैं जो ‘डायल 100’ के जरिए दूसरों के दुख-दर्द को सबसे पहले सुनकर उनकी मदद की व्यवस्था करती हैं, ये कैसी विडंबना है कि आज उनकी ही सुनने वाला कोई नहीं है.'
इसके आगे योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा कि '5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के स्वप्न-सौदागर दिल्लीवालों और 1 ट्रिलियन के दावेदार लखनऊ वालों के पास क्या इन नारियों को देने के लिए कुछ भी नहीं है, लगता है सारा खजाना ‘नारी वंदन’ के नाम पर आत्म प्रचार में ही खत्म हो गया है.'
पुलिस ने हिरासत में लेकर इको गार्डन भेजा
24 घंटे से ज्यादा समय से लगातार प्रर्दशन कर रहीं महिला कर्मियों ने सीएम से मिलने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए सीएम आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और हिरासत में ले लिया. इस दौरान महिला कर्मियों और पुलिस के बीच काफी खींचतान भी देखने को मिली.
उन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया जहां नई आउटसोर्सिंग कंपनी के स्टेट हेड खुद पहुंचे और नियुक्ति पत्र महिलाओं को पढ़ कर सुनाया. हालांकि, इसके बाद फिर भी बात नहीं बनी और प्रदर्शन जारी है. स्थिती को देखते हुए पीएसी को तैनात किया गया है.
एसपी का धमकी भरा अंदाज
डायल 112 के गेट पर धरने पे बैठी महिला कर्मियों को देर रात एसपी सुशील कुमार शुक्ला समझाने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि अब उन्हीं लड़कियों को अंदर प्रवेश मिलेगा जो हमारे दिए गए ऑफर को स्वीकार करेंगी, बाकी लोगों के लिए कल से गेट बंद कर दिया जाएगा."
"हम लोगों ने अपनी अल्टरनेट व्यवस्था कर ली हैं, जिलों से महिला कांस्टेबल आ रही हैं जो सवेरे से आप लोगों की कॉल टेकिंग को संभालेंगी बाकी आप लोगों को जो समझ आए, जो भी उचित लगे करें. सवेरे से अगर महिला कांस्टेबल बैठ गईं तो आप लोगो को एंट्री नहीं मिलेगी".सुशील कुमार शुक्ला, एसपी
'धरने पर बैठी महिला कर्मियों को है कन्फ्यूजन'- ADG 112
प्रदर्शन के बीच एडीजी 112 अशोक कुमार सिंह भी महिला कर्मियों को समझाने पहुंचे. उन्होंने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि इनके बीच कुछ कंफ्यूजन है. बीती 3 तारीख से नए सिस्टम इंट्रीगेटर पे और नए कॉल सेंटर पे मैन पॉवर प्रोवाइड करना है. 2 तारीख को टेक महिंद्रा का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हुआ जिसे दूसरी कम्पनी को दिया गया, इसीलिए कर्मचारियों की हायरिंग के संबंध में जो औपचारिकताएं होती हैं, वो चल रही हैं.
उन्होंने कहा कि इन बच्चियों में वेतन को लेकर कन्फ्यूजन है. इनको ऑफर लेटर दिया जाना है और अभी मौखिक रूप से इन्हें बताया गया है.
ADG अशोक कुमार ने कहा, "इनको बता दिया गया है कि पहले जो वेतनमान निर्धारण होता था वो सेमी स्किल कैटेगरी में होता था, लेकिन अब इसे स्किल कैटेगरी में किया गया है, जिसके कारण इनके वेतन में भी बढ़ोतरी हुई है. बाकी इसके साथ जो सरकार के कानून हैं, उसके तहत इनके वेतन में पीएफ, बोनस जैसी सरकारी नियमों के लिए कटौती का अनुपालन किया जायगा और विश्वास दिलाया जाएगा कि नौकरी सुरक्षित है."
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