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बचाए गए मजदूरों ने बयां किया सैलाब का खौफनाक मंजर

बचाए गए मजदूरों ने कहा - हमें नहीं लगा था कि हम बच पाएंगे  

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वीडियो एडिटर: विवेक गुप्ता

7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 31 पहुंच गई है. अभी भी 150 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. बाढ़ की वजह से तपोवन के टनल में भी कई कर्मचारी फंस गए थे. जिनमें से करीब 12 कर्मचारियों को ITBP के जवानों ने बचाया.

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रेस्क्यू किए गए कर्मचारियों ने अपना खौफनाक अनुभव शेयर किया और बताया कि ये उनके लिए दूसरे जन्म के जैसा है.

हम टनल के अंदर काम कर रहे थे, फिर थोड़े देर में हमें कॉल आया कि हम टनल खाली कर दें, हम जल्द ही टनल से बाहर निकलने के लिए भागने लगे लेकिन पानी टनल में भर चुका था, हम क्राउन पकड़ कर घंटों खड़े रहें. हमें उम्मीद नहीं थी कि हम बच पाएंगे.

ITBP के जवानों ने कर्मचारियों को रेस्क्यू कर उन्हें उत्तराखंड के जोशीमठ अस्पताल में भर्ती कराया.

7 घंटे अंदर रहने के बाद हमें ITBP की टीम ने रेस्क्यू किया और हमें हॉस्पिटल में लाकर भर्ती कराया.
आशीष कुमार, सुरक्षित निकाले गए कर्मचारी

रेस्क्यू किए गए कर्मचारी विजेंद्र कुमार ने आईटीबीपी का शुक्रिया करते हुए कहा कि उन्होंने जान पर खेलकर हमें दोबारा जिंदगी दी है. इसके लिए उनका बहुत बहुत शुक्रिया कहते हैं.

चमोली और आस पास के प्रभावित इलाकों में ITBP के जवानों ने राहत और राशन का सामान भी पहुंचाया. अब भी ऋषि गंगा पॉवर प्रोजेक्ट में लोगों के फंसे होने की आशंका है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

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