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इस देश में अकेले विकास के दम पर चुनाव जीतना मुश्किल: रुचिर शर्मा

‘चुनाव जीतने के 6 फैक्टर हो सकते हैं. अकेले विकास के दम पर चुनाव जीतना सभी पार्टियों के लिए मुश्किल हो सकता है.

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ग्लोबल इनवेस्टर और कई किताबों के लेखक रुचिर शर्मा ने क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया से खास बातचीत में कहा कि भारत में चुनाव जीतने के कई फैक्टर होते हैं. ‘कोई भी पार्टी अकेले विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं जीत सकती. उसे दूसरे फैक्टर भी साधने होते हैं.

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उन्होंने कहा 'इस देश में अकेले विकास के दमपर चुनाव जीतना बेहद मुश्किल है अगर विकास का काम भी बहुत हुआ हो तो भी हमारी सीख इन चुनावों से यही रही है कि सिर्फ विकास चुनाव नहीं जीतवा सकता.

मैंने किताब में भी लिखा है, इसके बारे में मेरा सबसे पसंदीदा इनसाइट है वो एक स्थानीय नेता से मिली थी, यूटी खादिर हम उनसे मिले थे मेंगलौर के कर्नाटक चुनाव के दौरान उन्होंने जो हमें बताया था वो बहुत ही रोचक था, उन्होंने हमें कहा भारतीय चुनाव जो होते हैं वो ऐसा है कि आप कोई 6 परीक्षा दे रहे हैं और आपको 6 के 6 एग्जाम में कम से कम मार्क्स करीब 35% लाने हैं. उन्होंने हमें ये नहीं बताया कि कौन से वो 6 एग्जाम हैं लेकिन इतनी यात्रा कर के ये तो हमें थोड़ा अनुमान हो गया कि कौन से ये 6 एग्जाम हैं
रुचिर शर्मा, लेखक और ग्लोबल इनवेस्टर

चुनाव 'जीतने' के 6 फैक्टर:

  • जाति और धर्म
  • फैमिली कनेक्शन
  • वेलफेयर पर कितना खर्च किया
  • महंगाई की समस्या
  • भ्रष्टाचार का कैसा असर है
  • विकास

उन्होंने आगे कहा कि, ‘मेरे खयाल से ये भारत की सच्चाई है कि विकास के दम पर अकेले इस देश में चुनाव लड़ना बहुत ही मुश्किल बात है’

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