ADVERTISEMENTREMOVE AD

UP में किसानों ने आवारा गायों को अस्पताल और स्कूलों में बंद किया

किसानों ने कहा, उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं लेकिन प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है.

Updated
भारत
2 min read
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के गोराई गांव के किसानों ने आवारा गायों से अपनी फसल को बचाने के लिए गायों को स्कूल में बंद करना शुरू कर दिया है. गांव वालों का कहना है कि वे हम लंबे समय से गायों से परेशान हैं लेकिन उनकी कोई नहीं सुनता. हमारी फसलें बर्बाद हो रही हैं लेकिन प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है.

0

सीनियर पुलिस अफसर अजय कुमार साहनी ने बताया कि प्रशासन की एक टीम कुछ गायों को गौशाला लेकर जा रही थी, इसी दौरान किसी ने वाट्सएप पर अफवाह फैला दी कि इन गायों को बूचड़खाने ले जाया जा रहा है. जिसके बाद वहां भीड़ इकठ्ठा हो गई और तोड़फोड़ शुरू कर दी.

अधिकारी ने बताया कि यह सरकारी गाड़ी है और हम इन गायों को लेकर गोशाला जा रहे हैं फिर भी गो रक्षकों ने उन पर हमला किया और लूटपाट करने की कोशिश की.

गायों को स्कूल में बंद किया

दरअसल यह पूरा मामला अलीगढ़ के गोराई गांव से जुड़ा हुआ है. यहां के किसानों ने आवारा गायों से परेशान हो कर इन गायों को एक स्कूल में बंद कर दिया. किसानों का आरोप है कि आवारा गाय उनकी फसलों को बर्बाद करती हैं.

किसानों ने बताया कि हम लोगों ने सरकार से गौशाला बनाने की मांग की थी लेकिन अब तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई. फसलों को भचाने के लिए हम लोगों ने इन गायों को सरकारी स्कूल में बंद दिया.जिसके बाद गोराई के सरकारी स्कूल में बंद गायों को गौशाला ले जाने के लिए वहां प्रशासन की टीम यहां पहुंची. जहां पर गोरक्षों ने प्रशासन की टीम पर हमला कर दिया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

गांव के एक किसान मथुरा प्रसाद ने बताया कि हम लोग बहुत दुखी हैं. अगर ऐसे ही सारी फसल गाय खा जाएगी तो हम बच्चों का पेट कैसे पालेंगे. सरकार से कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनता ही नहीं.

एक दूसरे किसान राम शरूक शर्मा ने बताया कि उनके पास 6 से 7 बीघे जमीन है, जिसकी फसल पिछले तीन सालों से लगातार बर्बाद हो रही है. डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि गौशाला बनने का काम चल रहा है जो हफ्ते भर में बन कर तैयार हो जाएगा. जहां तकरीबन 2 हजार गायें रह सकती हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×