1991 में भारत एक आर्थिक महाशक्ति बनने से बहुत दूर था. हालात ये थे कि उतना विदेशी मुद्रा भंडार बचा था जिससे सिर्फ तीन हफ्तों के आयात का पेमेंट किया जा सकता था, कर्ज लेने के लिए सोना गिरवी था, राजीव गांधी की हत्या की वजह से राजनीतिक अस्थिरता भी थी - भारत आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहा था. तो उस वक्त कैसे शुरू हुई भारत की अर्थव्यवस्था को बचाने की लड़ाई?
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चैप्टर 1: ''सर, आप किसकी सरकार की तरफ से हैं?''
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चैप्टर 2: तभी एक धमाका हुआ
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चैप्टर 3: एक नया प्रधानमंत्री, एक अधूरा लंच
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चैप्टर 4: वो महीना जिसने हिंदुस्तान को बदल दिया
(सोर्स : रामचंद्र गुहा की इंडिया आफ्टर गांधी , द हिंदू , इंडिया टुडे, लाइव मिंट , बिजनेस वर्ल्ड )
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टॉपिक: राजीव गांधी अर्थव्यवस्था बजट
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