पश्चिम बंगाल के बाहिरगची में माता-पिता और बेटे ने एक साथ बोर्ड का एक्जाम दिया. तीनों ने ऐसा करके इतिहास रच दिया है. बिपलाब मंडल नाम के छात्र का कहना है कि उन तीनों मिलकर एक साथ पढ़ाई की और अच्छे से एक्जाम दिए.
बिपलाब के माता-पिता पहले स्कूल छोड़ चुके थे, लेकिन बाद में दिन रात मेहनत करके बोर्ड के एक्जाम दिए.
स्कूल के प्रिंसिपल सुशांतो रॉय का कहना है कि ज्ञान प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती, ये कभी भी प्राप्त किया जा सकता है.
आपको बता दें, भारत की साक्षरता दर कुल 11 फीसदी है. ऐसे में बिपलाब जैसे रोल मॉडल हमेशा दूसरों के लिए उम्मीद की किरण दिखाते रहेंगे.
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