वीडियो एडिटर- संदीप सुमन
कैमरा- शिव कुमार मौर्या
साल में जितनी बार आपके घर का पाइप या टैप लीक नहीं होता है उससे ज्यादा देश में क्वेश्चन पेपर लीक हो जाते हैं. नकल और जुगाड़ वाले बिहार के एजुकेशन सिस्टम को तो छोड़िए सेना की भर्ती परीक्षा तक में फर्जीवाड़े की कोशिश हो रही है. सेना की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक किया गया है.
लेकिन पेपर लीक की कहानी लंबी और पेचीदा है. सवाल ये है कि हर बार पेपर लीक होना और फिर एग्जाम के बाद या पहेल एग्जाम रद्द कर देने से क्या लीक पर लगाम लग पा रहा है. जवाब है नहीं.. पढ़ने वाले छात्रों की मेहनत और भविष्य सिस्टम में लीक का खामियाजा भुगत रहें हैं. इसलिए हम पूछ रहे हैं जनाब ऐसे कैसे?
सेना की भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. पुणे पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस रैकेट के तहत 28 फरवरी को पूरे भारत में होनी वाली सेना की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक किया गया. जिसे देखते हुए जीडी परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है.
इस मामले में पुणे से अबतक 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. लेकिन पेपर लीक की ये कहानी पहली बार नहीं हुई है..साल 2018 में CBSE, SSC, सिपाही भर्ती से लेकर दर्जनों एग्जाम पेपर लीक हुए थे. अब एक बार फिर लीक गैंग एक्टिव है.
चलिए आपको पिछले कुछ महीनों में हुए पेपर लीक की जानकारी देते हैं.
- आर्मी रिक्रूटमेंट एग्जाम पेपर लीक- (28 फरवरी 2021)
- बिहार बोर्ड 10वीं क्लास का सोशल साइंस का पेपर लीक- (19 फरवरी)
- Central Teacher Eligibility Test (सीटेट) का पेपर लीक- (31 जनवरी 2021)
- यूपी डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) मैथ्स की परीक्षा रद्द
- CSBC बिहार पुलिस कांस्टेबल होमगार्ड और फॉरेस्ट गार्ड चयन परीक्षा का पेपर लीक
- राजस्थान स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड की ओर से आयोजित जूनियर इंजीनियर पोस्ट के लिए एग्जाम में पेपर लीक
- कर्नाटक पब्लिक सर्विस कमीशन (कर्नाटक लोक सेवा आयोग (KPSC) ने फर्स्ट डिवीजन असिस्टेंट (FDA) परीक्षा स्थगित दी, वजह पेपर लीक.
बिहार में पेपर लीक की कहानी
बिहार में मैट्रिक परीक्षा में सामाजिक विज्ञान (social Science) सब्जेक्ट के फर्सट सिटिंग में 8 लाख 46 हजार 504 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. लेकिन एग्जाम से पहले ही पेपर लीक हो गया. whatsapp पर पेपर तैरने लगा. सोशल मीडिया पर क्वेश्चन पेप वायरल हुआ.
पेपर लीक हुआ तो विपक्षी पार्टी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सरकार पर सवाल दागे. सरकार जागी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फटकार के बाद बोर्ड ने फर्स्ट सिटिंग की परीक्षा रद्द कर दी.
अब इनकी परीक्षा 8 मार्च को दोबारा ली जाएगी. अब इस मामले में सरकार की चुस्ती देखिए, पत्रकार ने आइना दिखाया तो उनपर ही FIR दर्ज करा दी गई.
बिहार बोर्ड पेपर लीक मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन ये वो मामले हैं जो खबरों में आ सकी लेकिन उन मामलों का क्या जिसपर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
इससे पहले बिहार पुलिस कांस्टेबल होमगार्ड चयन परीक्षा का पेपर एग्जाम शुरू होने के 10 मिनट बाद ही Whatsapp की दुनिया में घूमने लगा. पुलिस ने लीक करने वाले कैंडिडेट्स और एग्जामनर को गिरफ्तार भी कर लिया.
UP में भी पेपर लीक
उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी को सीटेट (Central Teacher Eligibility Test) की परीक्षा आयोजित हुई थी. दो फरवरी को पेपर आउट की खबर बाहर आई. यहां सिर्फ पेपर ही लीक नहीं हुआ, यहां 'मुन्नाभाई' वाली कहानी भी सामने आई. 50 हजार रुपए लेकर असली कैंडिडेट की जगह पर कोई और एग्जाम दे रहा था. पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया.
वहीं नवंबर 2020 में डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन के सेकंड सेमेस्टर के मैथ्स की परीक्षा निरस्त करनी पड़ी. वजह थी कि एग्जाम से आधा घंटा पहले प्रश्नपत्र व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था. तकरीबन 2.5 लाख लोग इस एग्जाम में शामिल हुए थे.
अब भले ही गिरफ्तारी हो, पेपर कैंसिल हो, लेकिन लाखों मेहनत करने वाले बच्चों के सपने, भविष्य और संघर्ष को पर पेपर लीक 'वीक' यानी कमजोर कर रहा है.स्कूल कॉलेज के स्टूडेंट पर जो बीतती है वो तो बुरा है ही, साथ ही नौकरी के लिए परीक्षा देने वाले स्टूडेंड के बारे में सोचिए. एक तो वैकेंसी वक्त पर निकलती नहीं. ऊपर से परीक्षाएं रद्द हो जाती हैं तो उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता है ये सोचिए. रंजीत डॉन और मुन्ना भाई जैसी कहानियों को दशक बीत गए लेकिन अबतक पेपर लीक का तोड़ सरकारें ढूंढ़ नहीं पाइ हैं. इसलिए हम पूछ रहे हैं जनाब ऐसे कैसे?
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