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Exclusive: राफेल डील पर मोदी सरकार से चिदंबरम के ये तीन सवाल

सरकार क्यों सिर्फ 36 एयरक्राफ्ट खरीद रही है, जब दसॉ 126 एयरक्राफ्ट देने को तैयार था? 

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राफेल डील पर कांग्रेस लगातार बीजेपी और खासकर पीएम मोदी पर हमलावर है. फ्रांसीसी अखबार 'मीडियापार्ट' के नये खुलासे के बाद कांग्रेस राफेल डील को चुनावी मुद्दा बनाने में भी कोई कसर छोड़ती नजर नहीं आ रही है. क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया ने खास कार्यक्रम 'राजपथ' में कांग्रेस के सीनियर लीडर और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम मोदी से बातचीत की. इस दौरान चिदंबरम ने राफेल डील पर मोदी सरकार से अपने तीन सवाल दागे.

उन्होंने कहा कि इस बात से दिक्कत नहीं है कि प्राइवेट कंपनियां बिजनेस कर रही हैं, लेकिन राफेल पर इन तीन सवालों के जवाब नहीं मिल रहे हैं.

ये हैं वो तीन सवाल

1. पुराना एमओयू क्यों कैंसिल हुआ, कोई तो कारण बताया होता

पी चिदंबरम का पहला सवाल राफेल डील से जुड़े एमओयू पर था. उन्होंने कहा,

अगर आप एक घर में रह रहे हैं, दूसरे घर में जाना चाहते हैं तो आपके पास कारण तो होगा? घर में लीक हो रहा होगा, आसपास कोई दिक्कत होगी. आसपास गंदगी होगी, कुछ न कुछ कारण जरूर होगा. जो आप एक घर छोड़कर दूसरे घर में गए. आखिर क्यों आपने 126 एयरक्राफ्ट के MoU को रद्द कर दिया? सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है.
पी चिदंबरम, पूर्व वित्त मंत्री

2. सरकार क्यों सिर्फ 36 एयरक्राफ्ट खरीद रही है, जब दसॉ 126 एयरक्राफ्ट देने को तैयार था?

पी चिदंबरम ने सरकार के 36 एयरक्राफ्ट खरीदने पर भी सवाल उठाया. चिदंबरम ने पूछा कि मसला ये है कि एयरफोर्स को 126 एयरक्राफ्ट और 7 स्क्वाड्रन की जरूरत है. “ दसॉ 126 एयरक्राफ्ट देने के लिए तैयार है. आप कहते हैं कि कीमतें 9% से 20% तक सस्ती हैं. ऐसे में अगर कीमतें सस्ती हैं, दसॉ आपको 126 एयरक्राफ्ट देने के लिए तैयार है, तो आप सिर्फ 36 एयरक्राफ्ट ही क्यों खरीद रहे हैं, इसका कोई जवाब नहीं है.”

3.HAL को प्राथमिकता क्यों नहीं?

बता दें कि HAL भारतीय कंपनी है, जिसके पास एयरक्राफ्ट बनाने का 70 साल का अनुभव है. एेसे में चिदंबरम ने सरकरा से सवाल पूछा है,

HAL के पास दसॉ के साथ वर्कशेयर एग्रीमेंट हैं. दसॉ अपना ऑफसेट पार्टनर चुन सकती है. क्या आपने (सरकार ने) दसॉ को ये कहा था कि आप अपना ऑफसेट पार्टनर चुन सकते हैं लेकिन HAL हमारी कंपनी है, बढ़िया कंपनी है, 70 साल का अनुभव भी है. सुखोई, मिराज, मिग, तेजस जैसे एयरक्राफ्ट का अनुभव है, आप HAL के साथ डील क्यों नहीं करते? आपने दसॉ से HAL को चुनने के लिए क्यों नहीं कहा? दसॉ ने HAL को दरकिनार कर रिलायंस को क्यों चुना? इसका भी कोई जवाब नहीं है.
पी चिदंबरम, पूर्व वित्त मंत्री

निर्मला सीतारमण भी सवालों के घेरे में

चिदंबरम ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी सवाल उठाया और कहा कि रक्षा मंत्री कहती हैं उनके पास दसॉ और प्राइवेट सेक्टर कंपनी के एग्रीमेंट के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उसी दिन फ्रांस के रक्षा मंत्री भारत के रक्षा मंत्री से मिलते हैं. उसी शाम वो नागपुर गईं, शिलान्यास किया. फंक्शन में नितिन गडकरी, देवेंद्र फडणवीस, भारत में फ्रांस के एंबेसडर, दसॉ के चेयरमैन शामिल थे और वो भी तस्वीरों में हर जगह दिख रहीं हैं. ऐसे में भारत की रक्षा मंत्री कैसे कह सकती हैं कि वो कुछ नहीं जानतीं?

यहां देखें पूरा इंटरव्यू- राफेल से लेकर इकनॉमी तक सरकार के पास न कोई जवाब न तैयारी: चिदंबरम

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