राहुल गांधी ने कहा है कि अगर यूपी में विपक्षी दलों बीच गठबंधन हुआ तो बीजेपी को 2019 के चुनाव में पांच सीटें भी नहीं मिलेंगी. लंदन में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल ने आरएसएस पर जम कर हमला किया और कहा कि यह अरब देशों के मुस्लिम ब्रदरहुड की तरह का खतरनाक संगठन है. लंदन में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटजिक स्टडीज के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सरकार न तो आरबीआई की सुनती है और न ही अपने वित्त मंत्रालय की.सरकार की नीतियां आरएसएस से तय होती हैं.
‘रोजगार का सवाल सुलझे बिना ग्रोथ मुश्किल’
राहुल ने कहा, अगर रोजगार नहीं बढ़ा तो भारत अपनी क्षमताओं का पूरी तरह इस्तेमाल नहीं कर सकेगा. यह इसके ग्रोथ में रोड़े अटकाएगी. इससे भारत की ताकत नहीं बढ़ेगी. भारत की असली ताकत इसकी संस्थाएं और लोकतंत्र है. उन्होंने कहा कि भारत में रोजगार का संकट है. भारत तभी तरक्की कर सकता है जब नौकरियां बढ़ेगी. चीन हर घंटे 50 हजार जॉब पैदा करता है. लेकिन भारत सिर्फ 450. यह हमारा नहीं. यह भारत सरकार का आंकड़ा है. ऐसे में भारत अपनी क्षमताओं से ज्यादा कैसे प्रदर्शन कर सकता है.
राहुल ने कहा, भारत में एसएमई और कृषि से रोजगार बढ़ेगा. और सरकार की पॉलिसी ऐसी है कि कृषि सेक्टर पिछड़ रहा है. ऐसे में भारत कैसे तरक्की कर सकता है.
‘डोकलाम में अभी भी जमा हुआ है चीन’
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा चीन अभी भी डोकलाम में बना हुआ है. अगर नरेंद्र मोदी ने सतर्कता बरती होती तो वह डोकलाम में चीनी घुसपैठ रोक सकते थे. उन्होंने कहा कि डोकलाम अलग मुद्दा नहीं है. यह एक के बाद एक घटनाओं का परिणाम है.
राहुल ने कहा, भारत डी-सेंट्रलाइजेशन की वजह से आगे बढ़ा है. जब-जब भारत आगे बढ़ा है, विकेंद्रीकरण की बड़ी भूमिका रही है. जब-जब भारत में जकड़बंदी बढ़ी है. यह पीछे रह गया है. भारत में हरित क्रांति हुई. श्वेत क्रांति हुई. टेलीकॉम क्रांति हुई. उदारीकरण हुआ. जब-जब भारत खुला है और भारत के दरवाजे खुले हैं. इसने तरक्की की है. लेकिन पिछले चार साल में क्या हो रहा है. शक्ति एक हाथ में केंद्रित होती जा रही है. राज्यों के मुख्यमंत्री एक तरफ हैं और प्रधानमंत्री एक तरफ. 2014 में हम इसी एकाधिकार पर हमला कर रहे थे.
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