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सुनिए कठुआ केस की चार्जशीट में दर्ज रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी

18 पन्नों की इस चार्जशीट के हर पन्ने पर बेइंतेहा दर्द बिखरा है

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कैमरा: अतहर रातहर

वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान

जम्मू कश्मीर के भयावह कठुआ गैंगरेप को लेकर पूरे भारत में कई विरोध प्रदर्शन हुए हैं. इस मामले में 8 अभियुक्तों के खिलाफ दायर चार्जशीट में एक मंदिर में 8 साल की मासूम के साथ किस तरह से बार-बार गैंगरेप किया गया और किस तरह से जुल्म किया गया, इसका ब्योरा है.

इसमें मासूम को बेहोश करने, बलात्कार, नशीली गोलियां देने का जिक्र है जो सिर्फ इसलिए किया गया ताकि बकरवाल खानाबदोश समुदाय जम्मू के कठुआ इलाके से चले जाएं.

उन्हें इलाके से "बेदखल" करने के लिए एसपीओ दीपक खजुरिया और एक किशोर ने ये बर्बरता की, मुख्य आरोपी सांजी राम ने पूरी साजिश रची.

18 पन्नों का ये चार्जशीट इस क्रूर अपराध की भयावहता बयां कर रहा है. क्विंट के पत्रकार कठुआ गैंगरेप केस के आरोपियों के खिलाफ दायर चार्जशीट के कुछ हिस्से पढ़ रहे हैं. ताकि इस अपराध को कभी भूला न जाए, और आरोपियों को कभी माफी न मिले.

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7 जनवरी 2018 को, सांजी राम ने अपने नाबालिग भतीजे को बकरवाल लड़की को किडनैप करने के लिए कहा, जो अक्सर अपने घोड़ों को चराने के लिए उसके घर के पीछे जंगलों में जाया करती थी.

8 जनवरी 2018 को, जब नाबालिग लड़का खेत में काम कर रहा था, एक और आरोपी,  दीपक खजुरिया ने उसे एक ट्यूबवेल के नजदीक बुलाया और उसे सिगरेट की पेशकश की. दीपक ने उसे बकरवाल लड़की को किडनैप करने के लिए उकसाया. उसने भरोसा दिया कि वो उसे बोर्ड एग्जाम में नकल से पास कराने में मदद करेगा.

किशोर ने उसके करीबी दोस्त परवेश कुमार से सांजी राम और दीपक खजुरिया के बनाए पूरे प्लान को शेयर किया और इसमें उसकी मदद और साथ देने को कहा. आरोपी सांजी राम ने ही किशोर को अपहरण की योजना को अंजाम देने और लड़की को नशीली दवाएं देने को कहा था और उसके बाद उसे देवस्थान में रखने को कहा.

परेशानी महसूस करते हुए लड़की ने भागने की कोशिश की. किशोर ने उसकी गर्दन पकड़कर उसे रोक दिया, उसका मुंह बंद किया, उसे धक्का दिया और वो जमीन पर गिर गई. आरोपी परवेश ने उसके पैरों को पकड़ा और किशोर ने एक-एक कर ड्रग जबरन पीड़िता को खिलाया.

पीड़िता बेहोश हो गई और किशोर ने उसके साथ रेप किया. इसके बाद, परवेश ने भी उसका रेप करने की कोशिश की लेकिन वो ऐसा नहीं कर सका. बाद में, उन्होंने लड़की को उठाया और देवस्थान के अंदर टेबल के नीचे 2 चटाई  बिछाकर रखा. और ऊपर 2 दरी डालकर उसे ढक दिया

अगले दिन यानी 9 जनवरी 2018 को 12:00 बजे

दीपक खजुरिया ने 10 नशीली गोलियों का एक स्ट्रिप निकाला. किशोर ने लड़की के सिर को उठाया, दीपक ने उसका मुंह खोला, 2 गोलियां डाली. उसे पानी पिलाया. और अपनी उंगलियों से उसके गले को रगड़ा

11 जनवरी को, किशोर ने दूसरे आरोपी विशाल जंगोत्रा को फोन पर लड़की के अपहरण के बारे में बताया और मेरठ से ये कहकर वापस आने के लिए कहा कि “अगर वो अपनी ‘हवस शांत’ करना चाहता है तो आ जाए.”

12 जनवरी, सुबह 8:30 बजे, किशोर फिर से देवस्थान गया और लड़की को 3 नशीली गोलियां दीं, जबकि वो खाली पेट बेहोश पड़ी थी

13 जनवरी सुबह 8:30 बजे आरोपी विशाल जंगोत्रा ने 8 साल की बच्ची का रेप किया. उसके बाद, किशोर ने भी विशाल की मौजूदगी में उसका रेप किया

किशोर ने फिर से 3 गोलियां निकालीं और लड़की को दीं. और फिर उसे चटाई से ढक दिया. बच्ची को छिपाने के लिए उसके सामने बर्तनों का टोकरा रख दिया.

शाम को रिश्तेदारों को लोहड़ी बांटने के बाद, किशोर ने सांजी राम को बताया कि उसने और आरोपी विशाल ने देवस्थान के अंदर नाबालिग के साथ गैंगरेप किया है.आरोपी सांजी राम ने कहा कि लड़की को मारने का सही समय आ गया है  ताकि आपराधिक साजिश को अंजाम दिया जा सके.
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सांजी राम के निर्देश पर, आरोपी परवेश, विशाल और किशोर ने देवस्थान से पीड़िता को निकाला और उसे करीब ही खुले नाले के पास ले गए. इस बीच, आरोपी दीपक भी वहां पहुंचा. मौके पर दीपक खजुरिया ने उन्हें इंतजार करने को कहा क्योंकि वो लड़की को मारने से पहले  रेप करना चाहता था. और एक बार फिर उस मासूम के साथ गैंगरेप किया गया, पहले दीपक ने और फिर किशोर ने रेप किया.

पीड़िता बच्ची के साथ रेप का बर्बर कृत्य करने के बाद आरोपी दीपक ने अपनी बायीं जांघ पर उसकी गर्दन रखी और उसे मारने के लिए गर्दन पर अपने हाथों का जोर लगाया. दीपक खजुरिया नाकाम रहा.

फिर किशोर ने अपने घुटनों का जोर उसकी पीठ पर डाला और साथ ही एक चुन्नी लेकर उससे पूरी ताकत के साथ लड़की का गला घोंट दिया. ये तय करने के लिए कि पीड़िता मर चुकी है, उसने पत्थर से उसके सिर पर 2 बार वार किया.

15 जनवरी 2018, किशोर ने जंगल के अंदर मृत शरीर को फेंक दिया, जबकि विशाल झाड़ियों से बाहर पहरेदारी कर रहा था. लाश फेंकने के बाद दोनों घर लौट आए.

जांच के दौरान, यह पता चला कि सांजीराम, हेड कॉन्सटेबल तिलक और स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजुरिया बकरवालों की मौजूदगी के खिलाफ थे.

रसाना इलाका से बकरवाल समुदाय को भगाने की साजिश के नतीजे में ये दिल दहला देने वाली रेप और कत्ल की वारदात सामने आई जिसमें आसान टारगेट होने की वजह से 8 साल की बच्ची को मार दिया गया.

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