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जबसे सत्ता बदली, कुछ लिखने से पहले दो बार सोचना पड़ता है-भारद्वाज

CAA प्रदर्शन पर बोले विशाल भारद्वाज-आज चुप रहे तो कल होंगे शर्मसार

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वीडियो एडिटर: दीप्ति रामदास

फिल्मकार विशाल भारद्वाज ने सीएए-एनआरसी के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों और देश के मौजूदा हालात पर क्विंट से खास बातचीत की. उन्होंने सवाल किए कि हम असहमति को स्थान क्यों नहीं दे सकते हैं. इसके अलावा उन्होंने अक्षय कुमार की नागरिकता को लेकर भी सवाल पूछा कि अक्षय बताएं कि उन्होंने भारत की नागरिकता क्यों छोड़ी थी.

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कोई एक चीज जो आपको एक फिल्मकार, उद्यमी और कलाकार के तौर पर सबसे ज्यादा परेशान करती है, दबाव डालती है?

पिछले 3-4 सालों से जब से सरकार बदली है, तब से दबाव है. जब हम सरकार की आलोचना करते हैं या उनकी योजनाओं की आलोचना करते हैं तो हम कांग्रेस का साथ नहीं दे रहे हैं. मेरी चिंता ये है कि जब मैं कोई कविता या कहानी के बारे में सोचता हूं तो मुझे दो बार सोचना पड़ता है. जब वो किसी प्लेटफॉर्म पर जाती है तो वो उसमे काट-छांट करने लगते हैं कि पता नहीं सिस्टम इसे कैसे देखेगा. हमने ऐसा पहले कभी नहीं सोचा था. ’मटरू की बिजली का मंडोला’ कांग्रेस के वक्त में आई थी. मैंने कभी सोचा ही नहीं था कि उसमें राहुल गांधी का नाम है. नेता शबाना जी बेटे को कहती हैं  कि ‘राहुल को देखो कितना अच्छा कर रहा है’ तो मुझे राहुल गांधी ने या कांग्रेस ने या युवा कांग्रेस ने डराया नहीं. मैंने कभी सोचा ही नहीं. मुझे लगता है उन्हें और सोचना चाहिए और खुले दिमाग का होना चाहिए. ये तो नहीं है कि हम बाहर के हैं. हम देशद्रोही कहां से हो गए? ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ और ‘अर्बन नक्सल’ क्या है? हम भी तो इस देश का हिस्सा हैं. हम आपसे सहमत नहीं हैं अगर तो इसका मतलब ये थोड़ी है कि हम इस देश के नहीं हैं. जब आप सहमत नहीं करते थे तो आप इस देश के नहीं थे क्या? जब आपके राज्य में दंगा हुआ तब भी आप इस देश के नागरिक थे. आप आज सत्ता में हैं तो आज भी आप इस देश के हैं और हम मानते हैं कि आप इस देश के हैं, यहां के प्रधानमंत्री हैं.

अभी बॉलीवुड में एक विवाद देखने को मिल रहा है जिसमें दो बड़े नाम शामिल हैं- अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह. वो दोनों आमने-सामने आ चुके हैं. आप इस पर क्या कहेंगे?

मुझे लगता है, लोग इसके मजे ले रहे हैं. जब इस तरह का काम होता है तो आम पब्लिक को मजा आता ही है और मुझे लगता है कि सब इसके मजे ले रहे हैं. वो दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं. दोनों ने साथ में काम किया है. दिक्कत ये है कि हम असहमति से सहमत क्यों नहीं होते? मुझे इस सिस्टम से दिक्कत यही है. हम अगर आपकी किसी बात से सहमत नहीं हैं तो हम देशद्रोही कैसे हो गए?
मेरे कई करीबी दोस्त हैं, जो राईट विंग सपोर्टर हैं लेकिन उससे हमारे संबंध नहीं बिगड़ते हैं.

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लोग ट्विंकल खन्ना पर कटाक्ष कर रहे हैं कि वो अक्षय कुमार के साथ अब भी क्यों रह रही हैं? क्योंकि दोनों की राजनीतिक राय बहुत अलग है. कम से कम ऐसा सार्वजनिक तौर पर दिखता है.
आप इसपर क्या कहेंगे?

अक्षय और ट्विंकल के मामले में मुझे लगता है कि दो अलग-अलग विचारधारा के साथ एक ही छत के नीचे रहना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और साथ अलग-अलग नागरिकता के साथ एक कनाडा के नागरिक हैं और एक हिंदुस्तान की.उन्होंने (अक्षय) ने भारत की नागरिकता क्यों छोड़ी थी? मुझे लगता है कि 20-25-30 साल से वो बॉक्स ऑफिस पर राज कर रहे हैं, तो मुझे लगता है कि इसके बारे में पता होना चाहिए. मैं जानना चाहता हूं क्योंकि एक कनाडा का नागरिक हमारे प्रधानमंत्री का इंटरव्यू ले रहा है तो देश को ये जानने का अधिकार है कि उन्होंने (अक्षय) ने भारत की नागरिकता कब छोड़ी या वो वापस आ रहे हैं... उनकी ‘घर वापसी’ हो रही है.

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