मोहब्बत की निशानी ताज पर मचे बवाल पर विराम देने के लिए यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने गुरुवार को ताजमहल का दीदार भी किया और ताज परिसर में झाड़ू भी लगाई. लेकिन सवाल ये है कि सफेद संगमरमर के ताजमहल पर जो काली सियासत का दाग लगा है, वो अब धुल जाएगा. क्या ताज को लेकर पिछले कुछ महीनों से जो राजनीति चल रही थी उस पर विराम लग जाएगा?
मोहब्बत की निशानी ताजमहल अभी तक टूरिस्ट प्लेस ही माना था, लेकिन पिछले कुछ महीनों में ये राजनीति का अखाड़ा बन गया है.
योगी के भाषण से हुई थी विवाद की शुरुआत
वैसे भले ही सीएम योगी गुरुवार को ताजमहल का दीदार करने पहुंचे, लेकिन सारे विवाद की शुरुआत उन्हीं के एक भाषण की वजह से हुई थी. 15 जून 2017 मुख्यमंत्री योगी ने दरभंगा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था- '
‘जब पहले विदेश से कोई राष्ट्राध्यक्ष भारत आता था, तो हम उसे गिफ्ट में आगरा के ताजमहल की रेप्लिका देते थे या कोई ऐसी मीनार होती थी, जिसके साथ यहां की संस्कृति मेल नहीं खाती है. पहली बार ऐसा हुआ है जब पीएम नरेंद्र मोदी जब विदेश जाते हैं या कोई राष्ट्राध्यक्ष जब भारत आता है, तो उसे भगवत गीता और रामायण भेंट में देते हैं.’
यूपी की बुकलेट से ताज का नाम हुआ गायब
पहले योगी जी ने ये बयान दिया उसके बाद उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की बुकलेट से ताजमहल का नाम ही गायब कर दिया गया. अब दुनिया भर से लोग यूपी में जिस ताज के दीदार के लिए आते हैं, उसी का नाम बुकलेट से गायब होगा, तो हंगामा मचना ही था. इस बात को लेकर सियासत भी खूब हुई, विरोधियों ने इसे धार्मिक मुद्दा भी बनाया. तमाम हो हल्ले के बाद यूपी की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को खुद आकर सफाई देनी पड़ी. रीता ने कहा कि ‘’ताजमहल हमारी सांस्कृतिक विरासत है और विश्व विख्यात पर्यटन स्थलों में से एक है. पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर ताजमहल सबसे ऊपर दिखता है."
संगीत सोम ने ताज को कहा था ‘धब्बा’
ये विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर बीजेपी विधायक संगीत सोम ने एक और धमाका कर दिया. संगीत सोम ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ताजमहल को गद्दारों ने बनवाया था, उसका नाम इतिहास में नहीं होना चाहिए. ताजमहल, भारत की संस्कृति पर धब्बा है. हम इतिहास बदल कर रहेंगे.”
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पीएम और सीएम ने दी थी सफाई
संगीत के इस बयान के बाद जब हंगामा मचना शुरू हुआ तो खुद पीएम और सीएम योगी को सफाई देने पड़ी. पीएम मोदी ने कहा- 'कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता अगर वो ये भूल जाए कि अपनी धरोहरों पर गर्व कैसे किया जाता है’. पीएम के बाद सीएम योगी खुद मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा 'इसकी तह में जाने की जरूरत नहीं कि ताज क्यों बना, किसने बनाया. ताज भारत के मजदूरों और भारत माता के सपूतों के खून-पसीने की कमाई से बना है'
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अनिल विज ने ताज को कहा था कब्रिस्तान
संगीत सोम ही नहीं बीजेपी के एक और नेता और हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी ताजमहल पर ट्वीट किया था. उन्होंने ट्वीट में लिखा था- 'ताजमहल एक खूबसूरत कब्रिस्तान है.'
वहीं मुख्यमंत्री योगी के ताजमहल दौरे से ठीक पहले कुछ हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने ताजमहल में शिव चालीसा का पाठ भी कराया था. अब देखना होगा कि योगी के ताज परिसर में चलाए गए सफाई अभियान के बाद क्या अब ताज पर विवाद खत्म हो जाएगा.
वीडियो एडिटरः मोहम्मद इरशाद आलम
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