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कोल्हापुर से शनेल की बॉस तक, जानिए कैसे कामयाबी के मुकाम तक पहुंचीं लीना नायर

भारतीय मूल की लीना नायर बनीं शनेल की सीईओ.

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भारत
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14 दिसंबर को लीना नायर ने उस वक्त इतिहास रच दिया, जब उन्हें फ्रांसीसी लक्जरी ब्रांड शनेल के लिए ग्लोबल चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर के पद के लिए चुना गया. 52 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक लीना नायर भारतीय मूल की हैं.

इसी के साथ लीना नायर भारतीय मूल के उन अधिकारियों की लंबी लिस्ट में शामिल हो गईं, जिन्हें ग्लोबल कंपनियों के टॉप पदों पर नियुक्त किया गया है.

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10 अरब डॉलर का शनेल, Louis Vuitton, Hermes, Gucci, L'Oreal जैसे ग्लोबल लक्जरी ब्रांडों के साथ कॉम्पटिशन के तौर पर देखा जाता है.

कंपनी ने एक बयान में कहा कि एक प्राइवेट कंपनी के रूप में शनेल की लंबे समय की सफलता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लीना नायर को दी गई है. नायर को एक विजनरी लीडर के रूप में मान्यता दी गई है, जिनके एजेंडे में दूरदर्शिता और कंपनी को आगे ले जाने की क्षमता दिखती है, उनके पास बिजनेस आउटकम का मजबूत रिकॉर्ड है.

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कोल्हापुर से लंदन

लीना नायर का जन्म महाराष्ट्र के कोल्हापुर में सन 1969 में हुआ था, उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई शहर के Holy Cross Convent School से पूरी की.

लीना नायर ने सांगली के वालचंद कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्यूनिकेशन में स्पेशल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की, उसके बाद उन्होंने 1992 में XLRI, जमशेदपुर से एमबीए कोर्स के साथ ग्रेजुएशन पूरा किया, जहां पर उन्हें गोल्ड मेडल से नवाजा गया.

उन्होंने यूनिलीवर के साथ एक मैनेजमेंट ट्रेनी के रूप में अपना करियर शुरू किया और कंपनी में लगभग 30 साल तक काम किया.

लीना नायर अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर लिखती हैं...

मेरे करियर की शुरुआत से पहले मुझे सबसे अच्छी सलाह मेरे कॉलेज के प्रोफेसर से मिली, जिन्होंने मुझसे कहा था कि आप जानती हो कि आप बहुत घटिया इंजीनियर बनने जा रही हैं, लेकिन मुझे लगता है कि आपके पास मैनेजमेंट के लिए एक बेहतर विकल्प है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वो उन दुर्लभ महिला कर्मचारियों में से एक थीं, जिन्होंने कंपनी में फैक्ट्री रोल का विकल्प चुना था. उन्होंने पश्चिम बंगाल के कोलकाता, तमिलनाडु के अंबत्तूर और महाराष्ट्र के तलोजा में HUL (Hindustan Unilever Limited) के कारखानों में काम किया है.

जून 2007 में, उन्होंने यूनिलीवर साउथ एशिया लीडरशिप टीम के कार्यकारी निदेशक की भूमिका निभाई, वो इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला बनीं.

पांच साल बाद, उन्होंने Diversity and Inclusion के ग्लोबल हेड के रूप में काम किया. उसके बाद मार्च 2016 में, वो चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर बनने वाली पहली महिला बनीं.

यूनिलीवर के सीईओ एलन जोप (Alan Jope) ने कहा कि वह पिछले तीन दशकों में कंपनी में लीना नायर के शानदार योगदान के लिए उनके आभारी हैं.

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लीना नायर यूनिलीवर में अपने पूरे करियर के दौरान एक अग्रणी महिला के रूप में कार्य किया है, लेकिन सीएचआरओ के रूप में उनकी भूमिका बेहद अहम रही, जहां वो हमारे इक्विटी, डायवर्सिटी और समावेश एजेंडे पर हमारे लीडरशिप डेवलप्मेंट के परिवर्तन पर एक प्रेरक शक्ति रही हैं. उन्होंने हमारे उद्देश्य के मुताबिक ऑर्गनाइजेशन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो अब विश्व स्तर पर 50 से अधिक देशों में कर्मचारियों की एक महत्वपूर्ण पसंद है.
एलन जोप

इन्द्रा नूई, नायर की मेंटर

लीना नायर ने अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में PepsiCo की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई को अपनी दोस्त और मेंटर बताया.

अक्टूबर में उन दोनों ने यूनिलीवर में वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे को संबोधित किया था, जहां उन्होंने महिलाओं को अपना करियर बनाने में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया था.

https://www.instagram.com/p/CVixdPZMemS/?utm_source=ig_embed&ig_rid=88a91c0e-5699-428c-8e91-2346d66314b0
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संयोग से लीना नायर, इन्द्रा नूई के बाद एक ग्लोबल ब्रांड की सीईओ बनने वाली दूसरी महिला बन गईं.

2021 में फॉर्च्यून इंडिया की 'सबसे शक्तिशाली महिलाओं' में से एक के रूप में नॉमिनेट, लीना नायर आधिकारिक रूप से जनवरी 2022 में अपने नए पद को संभालेंगीं.

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