भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम भले ही कभी फीफा वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई न कर पाई हो, लेकिन फुटबॉल के दीवाने अपने देश में भी कम नहीं हैं. वैसे तो देश के लगभग सभी राज्यों में अच्छे स्तर के फुटबॉल क्लब हैं, जहां सालभर इस खेल से जुड़ी गतिविधियां चलती रहती हैं. लेकिन जो राज्य फुटबॉल को लेकर सबसे ज्यादा सक्रिय रहता है, वो है पश्चिम बंगाल. और जिस शहर में फुटबॉल की दीवानगी हदों को पार कर जाती है, वो है इसकी राजधानी कोलकाता. भारत में फुटबॉल वर्ल्ड कप के रोमांच को करीब से देखने के लिए कोलकाता से बेहतर शहर शायद कोई और नहीं.
दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल के महाकुंभ, यानी वर्ल्ड कप को शुरू होने में सिर्फ दो दिन बचे हैं. ऐसे में दुनियाभर से फुटबॉल प्रेमी इस बार के मेजबान देश रूस की ओर रुख कर चुके हैं. आने वाले दिनों में रूस में वर्ल्ड कप के लिए सैलानियों की तादाद में भारी इजाफा होगा.
अगर आप भी फुटबॉल प्रेमी हैं और देश में रहकर ही वर्ल्ड कप का भरपूर लुत्फ उठाना चाहते हैं, तो वर्ल्ड कप के दौरान एक बार कोलकाता जरूर घूम आइए, क्योंकि वहां आपको शहर का चप्पा-चप्पा वर्ल्ड कप के रंग में इस कदर रंगा नजर आएगा, जिसका अनुभव आपके लिए बेहद रोमांचकारी और हमेशा के लिए यादगार रहेगा.
एक रंगकर्मी होने के नाते अपने थियेटर ग्रुप ‘जीआरटी’ के बांग्ला नाटकों के मंचन के लिए मेरा कई बार कोलकाता आना हुआ है. चार साल पहले 2014 में जब ब्राजील में वर्ल्ड कप चल रहा था, तो उस दौरान भी संयोगवश एक नाटक के शो के सिलसिले में तीन दिनों के लिए कोलकाता आना हुआ. वैसे तो कोलकाता के लोगों का फुटबॉल प्रेम जगजाहिर है. बचपन से इस बारे में खूब सुना और पढ़ा था, लेकिन उस दौरान पहली बार वहां मैंने हर तरफ वर्ल्ड कप की खुमारी का जो अद्भुत नजारा देखा, उसने मेरे दिल में इस शहर के लिए प्यार और सम्मान को कई गुना बढ़ा दिया.
वर्ल्ड कप के रंग में रंग जाता है शहर
कोलकाता के सियालदाह रेलवे स्टेशन पहुंचा, तो वहां की भीड़-भाड़ और चहल-पहल पहले जैसी ही थी. हमारे थियेटर मंडली में करीब 20 सदस्य थे. लिहाजा हमेशा की तरह बाहर निकलकर कई टैक्सी बुक करके हम सब अपने गंतव्य 'पाइकपाड़ा' की ओर रवाना हुए. रास्ते जाने-पहचाने थे, लेकिन इस बार टैक्सी का ये सफर कुछ अलग था, कुछ खास था, कुछ अनोखा था. पूरा शहर वर्ल्ड कप के रंग में रंगा हुआ था, मानो यह आयोजन ब्राजील में नहीं, बल्कि कोलकाता में हो रहा हो.
ईस्ट बंगाल और मोहन बागान फुटबॉल क्लब के प्रशंसकों की तर्ज पर वर्ल्ड कप के लिए भी यहां के फुटबॉल फैन दो हिस्सों में बंटे हुए हैं- एक वर्ग ब्राजील का समर्थक है, तो दूसरा अर्जेन्टीना का. लेकिन इनके बीच थोड़े-बहुत जर्मनी, फ्रांस और इटली के फैन्स भी मिल जाते हैं.
चुनावी मौसम में जैसे राजनीतिक पार्टियों के झंडे हर कहीं नजर आते हैं, ठीक वैसे ही उस वक्त पूरे कोलकाता में ब्राजील और अर्जेन्टीना के झंडे शान से लहरा रहे थे. या यूं कहिए, ब्राजील और अर्जेन्टीना के झंडों से पूरा शहर पटा पड़ा था. बीच-बीच में कहीं-कहीं पर जर्मनी, फ्रांस और इटली के झंडे भी नजर आते रहे. ये खूबसूरत नजारे देखकर मैं अभिभूत हो गया.
बार-बार टैक्सी रुकवाकर इन नजारों को मोबाइल में कैद करने की खूब इच्छा हुई, लेकिन टैक्सी में दूसरे साथियों की मौजूदगी से ये काम नहीं कर पाया. हालांकि ये मलाल ज्यादा देर नहीं रहा, क्योंकि जब हम अपने गंतव्य पर पहुंचे, तो उस इलाके में भी मुझे चारों तरफ ऐसे ही नजारे देखने को मिले. हमारा शो अगले दिन था. लिहाजा मैंने दिल खोलकर तस्वीरों को मोबाइल में कैद किया. फुटबॉल की इसी दीवानगी की वजह से पेले, माराडोना और मेसी जैसे लीजेंड खिलाड़ी भी कोलकाता आ चुके हैं.
भावनाओं को बयां करते नजारे
कोलकाता के लोगों में वर्ल्ड कप को लेकर इतना उत्साह और उन्माद है कि हर गली-नुक्कड़-चौराहे पर आपको इसके सबूत मिल जाएंगे. यहां चारों तरह सिर्फ देशों के झंडे ही नहीं, बल्कि और भी कई तरह की अनोखी चीजें दिखती हैं, जो कोलकाता वासियों के फुटबॉल प्रेम और इससे जुड़ी भावनाओं को बखूबी बयां करते हैं.
कहीं इंटरनेशनल स्टार प्लेयर्स के बड़े-बड़े कटआउट लगे मिलेंगे, तो कहीं किसी टीम को शुभकामना संदेश देते हुए बैनर, तो कहीं घर के बाहरी दीवार पर अपनी पसंदीदा टीम का पोस्टर. इसके अलावा आपको जगह-जगह दिखेंगे वर्ल्ड कप के लिए खास तौर पर बनाए गए 'वॉल ग्रैफिटी'.
मोहल्ले के क्लब में लगे टीवी से लेकर रेस्टोरेंट और बार में लगे बड़े एलईडी तक, सब मिलकर मैच देखते हैं. कामकाजियों से लेकर खलिहरों तक, बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, सब्जी बाजार से लेकर मछली बाजार तक, दफ्तर से लेकर चाय की गुमटी तक, हर किसी की जुबान पर सिर्फ वर्ल्ड कप की चर्चा ही सुनने को मिलती है.
एक बार फिर वर्ल्ड कप शुरू होने वाला है और एक बार फिर कोलकाता तैयार है. दुर्गापूजा के बाद अपने इस दूसरे सबसे बड़े 'त्योहार' को मनाने के लिए. शहर सज चुका है. फुटबॉल के दीवानों का उत्साह सातवें आसमान पर है. लोगों में खुमारी चढ़ चुकी है...और ये खुमारी वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले तक दिनों-दिन बढ़ती जाएगी. फुटबॉल के लिए कोलकातावासियों के इस क्रेज को सलाम!
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